कानपुर में जिम ट्रेनर ने एकता गुप्ता की हत्या कर शव को डीएम कंपाउंड में दफना दिया. इस मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि दोनों काफी समय से रिलेशन में थे. जब जिम ट्रेनर की शादी किसी दूसरी लड़की से फिक्स हुई तो एकता विरोध करने लगी, इसी को लेकर दोनों के बीच बहस हुई थी. जिम ट्रेनर ने डीएम कंपाउंड में लाश को दफनाया, इसको लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि बीजेपी राज में गुनाह करने वाले बेखौफ अपराध कर रहे हैं.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि एक हत्या का साहस और फिर जिलाधिकारी के आवास के पास लाश को दफनाने का साहस बताता है कि गुनाह करने वाले भाजपा राज में कैसे बेखौफ अपराध कर रहे हैं.
बता दें कि 24 जून को जिम ट्रेनर विमल सोनी ने शादीशुदा महिला एकता गुप्ता (32) की ग्रीन पार्क स्टेडियम के पार्किंग में खड़ी अपनी कार में ही हत्या कर दी थी. हत्या करने से पहले उसने नशीली गोली दी थी जिससे वह बेहोश हो गई थी. उसने एकता के गले में एक पंच मारा, फिर रस्सी से उसका गला घोट दिया. आखिर में बॉडी को ले जाकर डीएम बंगले से सटे ऑफिसर्स क्लब में दफना दिया.
एक पंच और चली गई एकता की जान... कानपुर में महिला की लाश लेकर DM कंपाउंड कैसे पहुंचा जिम ट्रेनर?
एकता गुप्ता की शादी स्टॉक कारोबारी राहुल गुप्ता के साथ हुई थी. उसके दो बच्चे हैं. बड़ी बच्ची 12 साल की है, जबकि बेटा आठ साल का है. राहुल गुप्ता ने बताया कि रोजाना की तरह एकता 24 जून को भी सुबह 5.30 बजे जिम के लिए गई थी, लेकिन उस दिन लौटकर भी नहीं आई. उसके बाद उन्होंने पुलिस थाने में जिम ट्रेनर के खिलाफ केस दर्ज कराया था.
कानपुर के डीसीपी एसके सिंह के मुताबिक, एकता की हत्या करने के बाद फरार होने के दौरान विमल पंजाब के एक होटल में वेटर बनकर काम कर रहा था. फिर कुछ समय इधर-उधर भटकता रहा. मोबाइल का यूज नहीं करता था. हालांकि बीते शनिवार को जिम ट्रेनर पुलिस के हत्थे चढ़ गया और उसके बाद पूरे मामले का खुलासा चार महीने बाद हुआ.