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45 मिनट में 8 फीट का गड्ढा खोदा, लाश दफनाई, फिर कार लेकर भाग गया... क्यों कानपुर हत्याकांड में पुलिस की थ्योरी पर उठ रहे सवाल?

कानपुर में जिम ट्रेनर विमल पर कारोबारी की पत्नी एकता की हत्या करने का आरोप है. 4 महीने बाद एकता की लाश एक गड्ढे से निकाली गई है. पुलिस ने केस का खुलासा करते हुए विमल को अरेस्ट कर लिया है. लेकिन इस खुलासे के बाद भी पुलिस की थ्योरी में कई झोल नजर आ रहे हैं. आइए जानते...

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कानपुर: हत्यारोपी जिम ट्रेनर विमल
कानपुर: हत्यारोपी जिम ट्रेनर विमल

कानपुर में जिम ट्रेनर द्वारा एक महिला की हत्या करके उसकी बॉडी डीएम आवास के पास गाड़ने की गुत्थी उलझती जा रही है. जहां पहले कहासुनी के बाद हत्या की बात सामने आ रही थी, वहीं अब साक्ष्य पुलिस की थ्योरी पर सवाल खड़े कर रहे हैं और प्रीप्लैंड मर्डर की तरफ इशारा कर रहे हैं. जबकि, पुलिस कहासुनी के बाद हत्या की बात का दावा कर रही है. 

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पहली थ्योरी

जांच के दौरान जो सीसीटीवी पुलिस के हाथ लगे हैं उसमें हत्यारोपी जिम ट्रेनर विमल की गाड़ी डीएम कंपाउंड की तरफ 7:50 AM पर जाते हुए दिखाई देती है. पुलिस के मुताबिक विमल वहां से 45 मिनट बाद निकल जाता है. पुलिस की माने तो यहीं पर उसने लाश को ठिकाने लगाया. 

अब सवाल है कि अगर ये प्रीप्लैंड मर्डर नहीं था तो 45 मिनट के अंदर विमल ने 8 फीट गड्ढा कैसे खोद लिया और उसमें लाश को ठिकाने कैसे लगा दिया? गड्ढा खोदने में दो-तीन घंटे का समय तो चाहिए ही. 

दूसरी थ्योरी

पुलिस के अनुसार, एकता जिम ट्रेनर विमल की होने वाली शादी से नाराज थी, लेकिन जांच में सामने आया है कि एकता 18 दिन से जिम नहीं जा रही थी. वह विमल के कहने पर ही 24 जून को जिम आती है, जहां विमल उसकी हत्या कर देता है. गाड़ी से चुन्नी, टूटा क्लचर और रस्सी जैसी बरामद हुई चीज इशारा करती है कि विमल पहले से ही हत्या की प्लानिंग करके बैठा था. 

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तीसरी थ्योरी

कानपुर पुलिस का कहना है कि आरोपी विमल लगातार बयान बदल रहा है. पहले वह बॉडी को नदी में फेंकने की बात करता रहा ताकि एकता की बॉडी ना मिले. फिर अपने ही बयान से मुकर गया. तो बड़ा सवाल यह है कि मात्र विमल के बयानों के आधार पर कैसे इस खुलासे पर भरोसा कर लिया जाए. अब देखना यह है कि क्या पुलिस साक्ष्य के आधार पर इस पूरी घटना का खुलासा कर पाती है. 

चौथी थ्योरी

पुलिस ने अपनी आधिकारिक पीसी में पहले जिस गेट के जरिए विमल की गाड़ी (आई-10) के डीएम कंपाउंड में दाखिल होने की बात की थी, 'आज तक' ने वहां जाकर पड़ताल की तो पाया कि उस गेट के अंदर से गाड़ी जा ही नहीं सकती है. 

कुल मिलाकर कानपुर के डीएम कंपाउंड में लाश गाड़ने का मामला खुलासे के बाद भी उलझता जा रहा है. आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. अब तक आरोपी ने वारदात की जो कहानी बताई है, वह बहुत उलझाऊ है. पहला सवाल तो यही है कि डीएम कंपाउंड में कैसे किसी ने 8 फीट गहरा गड्ढा खोदा, फिर अपनी गाड़ी में लाश लेकर आया और दफनाने के बाद गड्ढे को बराबर कर वहां से सेफ निकल भी गया. कानों कान किसी को भनक नहीं लगी. 

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कैसे की थी एकता की हत्या? 

पुलिस की माने तो 24 जून को विमल ने एकता की हत्या की थी. इस वारदात को उसने ग्रीन पार्क स्टेडियम की पार्किंग में खड़ी कार में अंजाम दिया था. पहले दोनों को बीच जमकर बहस हुई. फिर विमल ने एकता को नशीली दवा दी. आखिर में रस्सी से उसका गला घोंट दिया. हत्या के बाद लाश को डीएम बंगले के बगल में गड्ढा खोदकर दफना दिया. विमल का दावा है कि एकता उसे शादी नहीं करने दे रही थी. शादी की बात पर विवाद कर रही थी. इसी के चलते उसे रास्ते हटा दिया. 

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