कानपुर मेडिकल कॉलेज (GSVM Medical College) से एमबीबीएस पासआउट एक छात्रा की बुधवार देर रात संदिग्ध अवस्था में चौथी मंजिल से गिरकर मौत हो गई. इस हादसे से पहले मृतका अपने दो दोस्तों के साथ पार्टी करने गई थी. उसके परिजन चौथी मंजिल से घसीटकर हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं.
बरेली की रहने वाली दीक्षा तिवारी ने कानपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था. वह 2018-2022 बैच की छात्रा थी. जिन दोस्तों के साथ उसने पार्टी की थी, वो उसके बैचमेट ही थे. मृतका मेरठ में पोस्टिंग भी पा चुकी थी. बुधवार रात को वह अपने दो दोस्तों हिमांशु और मयंक के साथ किसी रेस्टोरेंट में पार्टी करके मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर पहुंच गई. उसके बाद संदिग्ध अवस्था में गिरकर उसकी मौत हो गई. इस घटना की सूचना पर मृतक डॉक्टर के घर वाले आनन-फानन में बरेली से कानपुर पहुंचे.
मृतक डॉक्टर के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को घसीटकर छत से नीचे फेंका गया है. उसकी हत्या की गई है. वहीं इस मामले में जॉइंट पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र ने बताया कि महिला डॉक्टर पार्टी करके चौथी मंजिल पर गई थी. उसके साथ दो दोस्त थे. उसके बाद वह अचानक ऊपर से गिर गई. वहां उसकी मौत हो गई है. ये घटना देर रात करीब एक बजे की है. इस मामले में उसके दोनों दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. उसके परिजन जो भी एप्लीकेशन देंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
कॉलेज प्रशासन ने क्या बताया?
वहीं कॉलेज प्रशासन का कहना है कि दीक्षा तिवारी हमारे मेडिकल कॉलेज की छात्रा नहीं थी. वह 2018 बैच की थी. 2023 में एमबीबीएस पूरा होने के बाद उन्होंने हमारे यहां इंटर्नशिप की, जोकि 2024 में पूरी हो चुकी है. आखिर वह रात में डेढ़ बजे अपने दोस्तों के साथ कॉलेज परिसर में क्या कर रही थी, इसकी पुलिस जांच कर रही है.
मेडिकल कॉलेज प्रशासन के सामने कई सवाल
मेडिकल कॉलेज प्रशासन भी इस घटना को फिलहाल हादसा मानकर चल रहा है, लेकिन कुछ सवाल सामने हैं. मसलन, आखिर रात करीब एक बजे छात्रा चौथी मंजिल पर ऑडिटोरियम की छत पर क्या करने गई थी. परिजन आरोप लगा रहे हैं कि उसकी बॉडी पर घसीटने के निशान मिले हैं यानी उसके घसीटकर फेंका गया है. इसमें कितनी सच्चाई है. पुलिस फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.