कानपुर के बिल्हौर इलाके में नाबालिग लड़की (14 साल) के कथित अपहरण का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. आठवीं में पढ़ने वाली नाबालिक सोमवार रात 2 बजे अपने घर से गायब हो गई थी. उसके पिता ने बिल्हौर थाने में मुस्लिम युवक साहिल खान (25 साल) समेत मुस्लिम समाज के 10 लोगों पर अपहरण करने के संबंध में एफआईआर दर्ज कराई थी. ये भी कहा था कि बेटी 50 हजार रुपये और जेवर भी अपने साथ ले गई है.
साहिल से लड़की की बातचीत होती थी. लड़का बिल्हौर के चेयरमैन का रिश्तेदार बताया जा रहा है. इस वजह से मामला गरमा गया था. मंगलवार रात बीजेपी विधायक राहुल बच्चा भी थाने पहुंचे थे और मुस्लिम पक्ष के लोगों को धमकी देते हुए कहा था कि अब सपा सरकार नहीं है. लड़की न मिली तो आरोपियों को सख्त सजा मिलेगी.
जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी- डीसीपी
विधायक की धमकी वाला वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. मगर, गुरुवार को कानपुर के डीसीपी विजय ढुल ने बताया कि लड़की का अपहरण नहीं हुआ था. रात 2:00 बजे वो अपनी मर्जी से लड़के से मिलने गई थी और 4:30 बजे लौट आई थी. उसके पिता ने अपहरण के मामले में एफआईआर दर्ज करवाई थी.
परिजनों ने अपहरण की गलत रिपोर्ट लिखाई!
बताया कि जब उसके घर जाकर जांच की गई तो लड़की घर में ही मिली. इस मामले में साहिल खान नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया है. अब सवाल उठ रहा है, जब लड़की का अपहरण नहीं हुआ तो पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार क्यों किया. अगर परिजनों ने अपहरण की गलत रिपोर्ट लिखाई तो पुलिस ने उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की.