कानपुर रेप केस मामले में आरोपी अजय ठाकुर ने खुद को बेकसूर बताया है. फरार चल रहे अजय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर एक वीडियो जारी किया है. उसका कहना है कि जिस समय लड़की के साथ रेप की घटना की बात कही जा रही है, उस वक्त वह अपने घर पर था. उसका इस केस से कोई लेना-देना नहीं है.
साथ ही उसने कहा है कि उस पर लग रहा रेप के प्रयास का आरोप गलत है. अजय का कहना है वह विनय ठाकुर को जानता जरूर है. अजय ने फेसबुक पर पीड़िता का मोबाइल नंबर भी शेयर किया है.
देखें वीडियो...
अजय के घर का है वीडियो
अजय ठाकुर ने जो वीडियो फेसबुक पर शेयर किया है, वह उसके घर के सीसीटीवी फुटेज का है. वीडियो पर उसने वॉइस ओवर करते हुए बताया है कि घटना वाले दिन दोपहर से लेकर रात 9 बजे तक वह अपने घर पर ही था. वीडियो में वह घर पर मौजूद दिख रहा है. अजय का कहना है, "जिस समय लड़की अपने साथ घटना में मुझे शामिल होने की बात बता रही है, उस समय मैं अपने घर पर था.''
दारोगा और बीजेपी नेताओं संग अजय के फोटो
वहीं, अजय ठाकुर के यूपी पुलिस के दारोगा और बीजेपी नेताओं के संग के फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं. इनमें वह दारोगा को माला पहनाता दिखाई दे रहा है. दूसरी तस्वीर में उसकी फोटो बैनर पर बीजेपी नेताओं संग नजर आ रही है.
यह है पुलिस का कहना
अजय ठाकुर के वीडियो पोस्ट करने पर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है इस मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हमारी टीमें लगी हुई हैं. अजय के वीडियो पर भी हम संज्ञान ले रहे हैं. इस मामले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.
अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता था लड़का
गौरतलब है कि डॉक्टर दंपति की इकलौती बेटी की कानपुर में ही रहने वाले विनय ठाकुर नाम के युवक से इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई थी. इसी दौरान उसकी फोटो लेकर विनय ने अश्लील वीडियो बना लिए. इसके जरिए वो लड़की को ब्लैकमेल करता था. उससे डरकर लड़की कोटा चली गई थी. वारदात से एक हफ्ते पहले वो घर आई थी. इसी दौरान युवक ने फोन करके वीडियो वायरल करने की धमकी दी.
'अगर नहीं आओगी, तो वीडियो कर दूंगा वायरल...'
विनय ने पीड़िता से कहा था कि अगर नहीं आओगी, तो वीडियो वायरल कर दूंगा. इस पर लड़की उसके बताए गए कैफे में पहुंची. यहां लड़के ने उसको जबरन नशीली चीज पिलाई और रेप किया गया. साथ ही ब्लेड से उसके हाथ पर अपना नाम भी लिख दिया था. इसके बाद वो लड़की को एक कार में डालकर सुनसान जगह ले गया. यहां उसके दो दोस्त अजय और अमन भी रेप करने की कोशिश करने लगे.
इस दौरान 5 लड़के और आ गए. सभी ने मारपीट करके रेप करने की कोशिश की. तभी लड़की के चीखने-चिल्लाने पर आस-पास के लोगों के आने पर आरोपी भाग गए. लोगों ने लड़की से जानकारी जुटाकर उसके मां-बाप को सूचना दी. मां-बाप उसे घर लेकर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी थी.
पुलिस ने विनय समेत आठ लोगों पर दर्ज की थी एफआईआर
पीड़िता के परिजनों की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने विनय ठाकुर समेत आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी. इसमें विनय पर रेप, उसके दोस्त अमन और अजय पर रेप के प्रयास, जबकि 5 अन्य दोस्तों पर मारपीट करने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है. बाद में 6 मार्च को विनय को गिरफ्तार कर लिया गया था. मगर, उसके साथी अभी भी फरार हैं.