यूपी के कानपुर (Kanpur) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक प्रतिष्ठित स्कूल में डिबेट के लिए छात्राओं को हमास-इजरायल के बीच छिड़े युद्ध (Israel Hamas War Debate) को लेकर टॉपिक दिया गया था. लेकिन इस डिबेट के दौरान 11वीं क्लास की कुछ छात्राओं ने हमास को लेकर किए गए जिक्र का विरोध करना शुरू कर दिया. यही नहीं, हमास का नाम लेने पर आपत्ति जताने वाली वर्ग विशेष की छात्राएं प्रिंसिपल की माफी पर अड़ गईं. उधर, बहस में हमास का जिक्र करने वाली छात्रा डरी हुई है और अब स्कूल नहीं आ रही है.
दरअसल, शनिवार को हडर्ड हाईस्कूल में वाद-विवाद कराया गया था. टॉपिक था ‘युद्ध समस्याओं के समाधान से कहीं अधिक समस्याएं उत्पन्न करते हैं’. दो छात्राओं को पक्ष और दो को विपक्ष में बोलना था. इसमें कक्षा 11 की छात्राएं भाग ले रही थीं. तो वहीं, क्लास 6 से लेकर 12 तक के बच्चे श्रोता थे. प्रिंसिपल के मुताबिक, एक छात्रा ने अपने दो मिनट के भाषण की शुरुआत में कहा कि हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया. तमाम मासूम इजरायलियों की जानें चली गईं. इसके बाद इजरायल ने हमास पर हमला कर दिया.
उसने भाषण में महाभारत युद्ध का भी जिक्र किया. हमास के जिक्र पर वर्ग विशेष की छात्राएं भड़क गईं. उन्होंने कहा कि हमास के जिक्र से उनकी भावनाएं आहत हुई हैं. छात्रा माफी मांगे. सोमवार को वह छात्रा डर के कारण नहीं आई तो छात्राएं प्रिंसिपल से माफी मांगने की मांग करने लगीं. प्रिंसिपल को घेर कर माफी का दबाव बनाने की कोशिश की. प्रिंसिपल ने समझाया लेकिन वे हंगामा करती रहीं.
वायरल मैसेज के बाद बढ़ा विवाद
फिर सोमवार को दबाव बनाने में असफल रही छात्राओं के अभिभावकों में से किसी ने रात में एक मैसेज वायरल कर दिया. इसमें प्रिंसिपल व शिक्षिकाओं पर गुस्सा उतारा गया, आरोप भी लगाए. मंगलवार सुबह छात्राएं फिर माफी मांगने की जिद करने लगीं. कुछ देर में बाहरी लोग स्कूल पहुंच गए. हंगामे की सूचना पर पुलिस भी पहुंची और पूरा मामला समझा. पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है कि हमास के जिक्र पर विरोध की नौबत क्यों आई?
स्कूल प्रिंसिपल ने दी सफाई
वहीं, प्रिंसिपल ने इस पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि हमने सिर्फ युद्ध को लेकर टॉपिक दिया था. न कि धर्म के एंगल से टॉपिक पर बहस करने को कहा था. सभी के अपने-अपने ओपिनियन होते हैं. इसमें कुछ गलत नहीं है. सभी छात्राएं हमारी हैं. हमास के जिक्र पर इस तरह छात्राओं का भड़कना खुद हमारी समझ से परे है.