यूपी के कानपुर में आवारा कुत्तों के हमले में एक छह साल की मासूम बच्ची की मौत हो गई थी, जबकि उसका एक साल छोटा भाई अस्पताल में भर्ती है. परिजनों का दर्द बांटने के लिए पहुंचीं कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय उनके घर पहुंचीं. जब वो जा रही थीं, उस दौरान रास्ते में खुले में लगी मांस-मछली की दुकानें देखकर मेयर का पारा चढ़ गया और महापौर ने ऐसी अवैध दुकानों पर बुलडोजर चलवा दिया.
मेयर के निर्देश के बाद 44 अवैध दुकानों पर एक्शन किया गया है. प्रमिला पांडेय ने सख्त लहजे में कहा कि अगर ये दुकान दोबारा लगी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक, दूषित मांस खाने से कुत्ते हिंसक प्रवृत्ति के होते हैं और इस तरीके के घटनाओं को अंजाम देते हैं.
गोविंद नगर इलाके की घटना
बता दें कि यह घटना गोविंद नगर के सीटीआई बस्ती में हुई. यहां आधी रात आवारा कुत्तों के आतंक में छह वर्षीय बच्ची की मौत हो गई थी, जबकि उसके छोटे भाई भोलू का हैलेट अस्पताल में इलाज चल रहा है. घटना के बाद परिजनों ने नगर निगम की अनदेखी और मुआवजे की मांग को लेकर करीब आधे घंटे तक दादानगर फ्लाईओवर जाम रखा.
कानपुर: आवारा कुत्तों के झुंड ने भाई-बहन को सिर से लेकर पैर तक नोच डाला, बच्ची की मौत
बच्ची का पिता करता है वेटर का काम
मासूम की मां ने बताया कि वो अपने मासूम बच्चे को इंजेक्शन लगाने के लिए इधर-उधर दौड़ती रही और इस दौरान उसकी बेटी पोस्टमार्टम हाउस में पड़ी रही. सीटीआई बस्ती के रहने वाला छोटू पार्टियों में वेटर का काम करता है और उसकी पत्नी पूजा कूड़ा बीनने का काम करती है. रविवार रात करीब साढ़े 12 बजे बड़ी बेटी खुशी (उम्र 6 साल) और एक साल का भोला घर के बाहर मां के साथ सो रहे था. इसी दौरान आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला बोल दिया.
छोटे भाई का हैलट अस्पताल में चल रहा इलाज
कुत्तों ने दोनों मासूमों के शरीर को नोंच डाला. कुत्तों को खदेड़कर परिजन आनन-फानन दोनों बच्चों को रतनलालनगर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने खुशी को मृत घोषित कर दिया. कुत्तों ने इतनी बेरहमी से मासूम खुशी को गर्दन से नोचा था कि उसके मौके पर ही मौत हो गई है उसके छोटे भाई भोलू को हैलट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
परिजनों ने लगा दिया था चौराहे पर जाम
इस घटना से गुस्साए लोगों ने बच्ची की लाश को चौराहे पर जाम लगा दिया. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने पीड़ित परिजनों को समझाया. इस मामले पर एसीपी अमरनाथ यादव का कहना है कि परिजनों के मुताबिक बच्ची की मौत कुत्तों के काटने से हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. नगर निगम के अधिकारियों को भी आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए लिखा जाएगा.