कानपुर के कुशाग्र हत्याकांड को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं . एक सवाल का जवाब पुलिस भी शिद्दत से तलाश रही थी. और वह सवाल यह था कि आखिर कुशाग्र हत्यारोपी प्रभात के झांसे में आया कैसे. साथ ही कैसे वो बड़ी आसानी से प्रभात के साथ उसके घर चला गया, जहां बाद में उसकी हत्या कर दी गई. इन सब सवालों के जवाब अब रिमांड में लिए गए प्रभात ने पुलिस के सामने बताए हैं.
दरअसल, प्रभात ने कुशाग्र को अपने घर ले जाने के लिए उसे 'इमोशनल ब्लैकमेल' किया था. 30 अक्टूबर को कुशाग्र जब ट्यूशन के लिए घर से निकला था तो योजना के तहत प्रभात ने उसे रास्ते में रोक लिया. प्रभात ने उससे कहा कि वो उसे आगे चौराहे पर उसके घर तक छोड़ दे. चूंकि, कुशाग्र उसे जानता था तो वो मना नहीं कर सका. जब घर के पास कुशाग्र ने उसे उतार दिया तो प्रभात ने अगली चाल चली. उसने कुशाग्र को घर के अंदर चलकर चाय पीने का आग्रह किया.
हालांकि, कुशाग्र ने प्रभात को चाय के लिए मना किया. लेकिन शातिर प्रभात ने उससे कहा- "मैं गरीब हूं तो क्या मेरी चाय नहीं पिओगे..." प्रभात ने इस तरह की लच्छेदार बातें करके कुशाग्र को 'इमोशनल ब्लैकमेल'किया और अपने साथ घर के अंदर ले जाने में कामयाब हो गया. जहां उसने पहले से रस्सी, बिस्तर, गद्दा और नशीले पदार्थ आदि की व्यवस्था कर रखी थी. बाद में उसने कुशाग्र की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी.
कुशाग्र के 'कातिलों' से पुलिस रिमांड में हो रही पूछताछ
बता दें कि हत्यारोपी प्रभात, रचिता और शिवा तीन दिन की पुलिस रिमांड में हैं. रायपुर थाने में उनसे पूछताछ की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, बीते रविवार को तीनों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि किस तरह प्रभात ने पहले कुशाग्र के रास्ते की रेकी की, फिर उससे लिफ्ट मांगी और बाद में बहाने से अपने घर ले गया.
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त रस्सी, फिरौती वाला लेटर जिस रजिस्टर के पन्ने पर लिखा गया उसे, पेन आदि बरामद किया गया है. इसके अलावा चापड़, पॉलिथीन बैग भी बरामद हुआ है. बताया जा रहा है कि कुशाग्र की हत्या करने के बाद आरोपियों का प्लान उसकी लाश के टुकड़े-टुकड़े करके गंगा में बहाने का था. इसके लिए इन लोगों ने पहले से ही लाश के टुकड़े करने के लिए एक चापड़ खरीद रखा था. साथ ही एक बड़ा पॉलिथीन बैग भी खरीद लिया था.
ऐसे कुशाग्र को जाल में फंसाया
पूछताछ में प्रभात ने कहा कि जब कुशाग्र मुझे स्कूटी से छोड़ने के लिए घर तक पहुंचा तो मैंने उससे अंदर चलने के लिए कहा. लेकिन वो मना करने लगा. जिसपर मैंने इमोशनल कार्ड खेला और कहा कि मैं गरीब आदमी हूं. आप पैसे वाले हो. कहां मुझ गरीब की चाय पिओगे. प्रभात ने इस तरह की कई बातें की जिससे कुशाग्र पिघल गया.
मामले में रायपुर थाने की इंस्पेक्टर अनीता वर्मा का कहना है कि तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. रविवार को रिमांड का पहला दिन था. काफी सबूत बरामद किए गए हैं. प्रभात के दावे की भी पड़ताल की जा रही है, जिसमें कहा गया कि उसने कुशाग्र की हत्या अकेले की थी. वहीं, कोल्ड ड्रिंक पिलाकर बेहोश करने की बात भी सामने आई है. प्रेम प्रसंग वाली बात का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है. फिरौती वाले एंगल से जांच चल रही है.
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस का कहना है कुछ दिनों पहले कुशाग्र की छोटी बहन का एक होटल में फ़ंक्शन मनाया गया था. इसमें प्रभात और उसकी प्रेमिका रचिता पहुंचे थे. उसी दिन पार्टी की रौनक देखकर प्रभात ने कुशाग्र के अपहरण और फिरौती का प्लान बना लिया था. फिलहाल, अभी पूछताछ जारी है और भी रहस्य सामने आ सकते हैं.