कानपुर में स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के कैलाश सभागार में विवेकानंद युवा महाकुंभ का आयोजन किया गया. इस आयोजन में कानपुर देहात, कानपुर नगर और आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया. कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने स्वामी विवेकानंद के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. इसके अलावा, विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 101 युवाओं को सम्मानित भी किया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार उपस्थित थे. उन्होंने युवाओं से हिंदुत्व को प्रोत्साहित करने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया. कुंभ में मुसलमानों की एंट्री को लेकर आलोक कुमार ने कहा कि कुंभ कोई पर्यटन का स्थल नहीं है, यह धार्मिक और आध्यात्मिक काम है.
हिंदू युवाओं के एकजुटता से देश की होगी उन्नति: आलोक कुमार
उन्होंने पूछा कि क्या मक्का के अंदर कोई ऐसा आदमी प्रवेश कर सकता है जो गैर इस्लामिक हो, मक्का से बहुत दूर जो बोर्ड लगे होते हैं, उसे वहीं रुकना पड़ता है और वहां जाना अपराध माना जाता है. इसलिए जिन्हें धर्म और आध्यात्मिक विश्वास है, वही लोग वहां पर आएं. उन्होंने यह विश्वास जताया कि हिंदू युवाओं की एकजुटता से देश और समाज उन्नति की राह पर अग्रसर होगा.
स्वामी विवेकानंद के जीवन पर दिखाई गई डॉक्यूमेंट्री
इस मौके पर अकबरपुर लोकसभा सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं को अपनी संस्कृति से जोड़ने में सहायक होते हैं. स्वामी विवेकानंद युवा समिति के अध्यक्ष विकास सिंह भोले ने भी अपने विचार साझा किए. कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शित की गई और 101 प्रतिभाशाली युवाओं को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया.