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Defender, Carnival... करौली बाबा का लग्जीरियस काफिला, कुछ दिन पहले गए थे BMW शोरूम

करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया के फ्लीट में एक डिफेंडर गाड़ी है, जिससे बाबा खुद चलते हैं. इसकी कीमत दो करोड़ के ऊपर है. इसमें मोडिफिकेशंस अलग करा रखे हैं. बाबा के बाउंसरों और सिक्योरिटी के चलने के लिए गाड़ियां अलग से हैं, जिसमें फोर्ड की इंडेवर गाड़ी, Kia कार्निवल, टोयोटा की इनोवा और फॉर्च्यूनर शामिल हैं.

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Defender गाड़ी से चलते हैं करौली शंकर बाबा
Defender गाड़ी से चलते हैं करौली शंकर बाबा

कानपुर वाले करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया पहले किसान नेता के रूप में जाने जाते थे. अब उन्होंने करौली आश्रम खोल लिया है और बड़ी-बड़ी समस्याओं को दूर करने के दावे करते हैं. इसके लिए उनकी फीस भी तय है. बाबा ने करौली शंकर बनते ही कुछ ही सालों में अरबों की संपत्ति अर्जित कर ली. इसी कमाई की बदौलत उनके पास कई महंगी गाड़ियां हैं. 

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करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया के आश्रम में लाइन लगाकर करोड़ों की कीमत की गाड़ियां मौजूद हैं. आश्रम के ही अंदर एक बड़ा सा गैराज है, जहां पर बाबा की ये सारी गाड़ियां खड़ी होती हैं. इस गैराज में 30 गाड़ियों के खड़े होने की जगह है. सभी गाड़ियां सफेद रंग की हैं और पीछे करौली सरकार का स्टीकर लगा हुआ है.

करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया के फ्लीट में एक डिफेंडर गाड़ी है, जिससे बाबा खुद चलते हैं. इसकी कीमत दो करोड़ के ऊपर की है. इसमें कई सुविधाएं अलग से जोड़ी गई हैं. बाबा के बाउंसरों और सिक्योरिटी के चलने के लिए गाड़ियां अलग से हैं, जिसमें फोर्ड की इंडेवर गाड़ी, Kia कार्निवल, टोयोटा की इनोवा और फॉर्च्यूनर शामिल हैं. एक गाड़ी की कीमत 40 से 50 लाख रुपये है.

जब 'आज तक' की टीम करौली आश्रम पहुंची तो पाया कि 12 से 13 लग्जरी गाड़ियां गैराज में खड़ी थी. बाबा का परिवार आश्रम से बाहर गया हुआ था, जिनके साथ भी चार से पांच गाड़ियों का काफिला चलता है. कुछ दिन पहले बाबा बीएमडब्ल्यू (BMD) के शोरूम खुद गए थे और बीएमडब्ल्यू की  7-series गाड़ी भी देखी. चर्चा है कि बाबा के काफिले में जल्द एक और लग्जरी गाड़ी शामिल होगी.

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जब 'आजतक' की टीम ने करौली शंकर बाबा संतोष सिंह भदौरिया से उनके स्टाइलिश लाइफ स्टाइल के बारे में पूछा तो बाबा ने कहा कि वह बाकी बाबा जैसे नहीं हैं. जो चोला ओढ़कर धोती पहन कर बैठते हैं, वह इनकम टैक्स देते हैं, डंके की चोट पर कहते हैं कि मेरे पास पैसा है तो मैं उसी हिसाब से जीवन जीऊंगा. 

आपको बता दें कि अलग-अलग समस्याओं को ठीक करने का दावा करने वाले बाबा संतोष सिंह भदौरिया एक दिन के हवन का डेढ़ लाख रुपए भी लेते हैं. पूजा सामग्री की फैक्ट्रियां खुद डाल रखी है, जहां पर सब सामान बनता है और उसे अपने ही रेट पर आश्रम में बेचते हैं. आश्रम में कैंटीन से लेकर आइसक्रीम पार्लर और टिकट बुकिंग काउंटर तक मौजूद है.

 

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