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इंटेलीजेंस ब्यूरो की नौकरी, फिर सत्संग... जानिए कौन हैं भोले बाबा? जिनके कार्यक्रम में मची भगदड़

Hathras stampede incident: खास बात यह है कि इंटरनेट के जमाने में अन्य साधु सतों और कथावाचकों से इतर सोशल मीडिया से दूर हैं. बाबा का कोई आधिकारिक अकाउंट किसी भी प्लेटफॉर्म पर नहीं है. कथित भक्तों का दावा है कि नारायण साकार हरि यानी भोले बाबा के जमीनी स्तर पर खासे अनुयायी हैं.

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 नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा.
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा.

UP Hathras stampede 2024: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले स्थित फुलरई गांव में एक धार्मिक समागम में मची भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं. नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के समापन पर यह हादसा हुआ.  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ की सूचना मिलते ही अधिकारियों को दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं. जानिए आखिर कौन हैं भोले बाबा...

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नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के एटा जिले में हुआ था. पटियाली तहसील में गांव बहादुर में जन्मे भोले बाबा खुद को गुप्तचर यानी इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) का पूर्व कर्मचारी बताते हैं. दावा है कि 26 साल पहले बाबा सरकारी नौकरी छोड़ धार्मिक प्रवचन करने लगे. भोले बाबा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली समेत  देशभर में लाखों अनुयायी हैं. 

खास बात यह है कि इंटरनेट के जमाने में अन्य साधु सतों और कथावाचकों से इतर सोशल मीडिया से दूर हैं. बाबा का कोई आधिकारिक अकाउंट किसी भी प्लेटफॉर्म पर नहीं है. कथित भक्तों का दावा है कि नारायण साकार हरि यानी भोले बाबा के जमीनी स्तर पर खासे अनुयायी हैं.

पश्चिमी यूपी के अलीगढ़, हाथरस जिलों में भी नारायण साकार हरि का कार्यक्रम हर मंगलवार को आयोजित किया जाता है. इसमें हजारों की तादाद में भीड़ उमड़ती है. इस दौरान भोले बाबा से जुड़े हजारों स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाएं खाने पीने से लेकर भक्तों के लिए जरूरी इंतजाम करते हैं. कोरोनकाल के दौरान प्रतिबंध के बावजूद भी भोले बाबा हजारों की भीड़ इकट्ठा करके चर्चा में आए थे. 

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एटा एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना फुलरई गांव में आयोजित सत्संग में हुई, जहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए थे. सिकंदराराऊ थाने के एसएचओ आशीष कुमार ने बताया कि भगदड़ भीड़भाड़ के कारण हुई.

यह भी पढ़ें: हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में 50-60 लोगों की मौत, PM मोदी, राष्ट्रपति सहित कई नेताओं ने जताया शोक

आगरा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और अलीगढ़ के संभागीय आयुक्त की टीम घटना की जांच करेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं. आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन को घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था करने और उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाने का निर्देश दिया. उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. 

यूपी सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं और प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है. इसके अलावा ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं. 

जानिए पूरा मामला

हाथरस के मुगलगढ़ी इलाके स्थित फुलरई गांव में मानव मंगल मिलन समागम समिति ने नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध 'भोले बाबा' का प्रवचन कार्यक्रम रखा था. इसमें तकरीबन 50 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटी थी. कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा अधिक लोग पहुंच गए थे. इसी बीच वहां भगदड़ मच गई, जिसमें खबर लिखे जाने तक 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. 200 से अधिक लोग घायल हैं. इनमें कई की हालत गंभीर है. मृतकों का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है. 

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एटा के सीएमओ ने बताया कि अब तक 27 शव आ चुके हैं. बाकी शव सीएचसी सिंकदराराऊ में हैं. वहां करीब 150 से ज्यादा लोग एडमिट हैं. फिलहाल, शवों के पंचनामा की प्रक्रिया चल रही है, फिर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा. 

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