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UP : छुट्टी के बाद स्कूल से घर नहीं पहुंची थी छात्रा, परिजनों को मिली इस हाल में

पांच साल की बच्ची को छुट्टी के बाद स्कूल में बंद करके स्टाफ घर चला गया. परिजनों ने बच्ची की तलाश शुरू की. स्कूल पहुंचकर बच्ची को बाहर निकाला. मासूम का रो-रोकर बुरा हाल हो चुका था. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया है.

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बदलापुर ब्लॉक का फत्तूपुर में मौजूद कम्पोजिट विद्यालय.
बदलापुर ब्लॉक का फत्तूपुर में मौजूद कम्पोजिट विद्यालय.

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जौनपुर (Jaunpur) जिले में हैरान कर देने वाली घटना हुई. छुट्टी के बाद पांच साल की छात्रा को सरकारी स्कूल के कमरे में ही बंद करके सारा स्टाफ घर चला गया. मामला सामने आने के बाद स्कूल के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही 7 सहायक अध्यापक और एक शिक्षामित्र का वेतन रोकने का आदेश दिया गया है.

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दरअसल, घटना 10 फरवरी को जौनपुर जिले के बदलापुर ब्लॉक के कम्पोजिट विद्यालय फत्तूपुर में हुई थी. प्रियंका नाम की पहली कक्षा में पढ़ने वाली 5 साल की छात्रा स्कूल गई हुई थी. दोपहर में स्कूल की छुट्टी हो गई. छात्र-छात्राएं घर चले गए. बाद में स्कूल प्रिंसिपल और बाकी का स्टाफ भी घर निकल गया और स्कूल का ताला लगा दिया गया.

प्रियंका रह गई थी स्कूल में

स्कूल की छुट्टी के दो घंटे बीत जाने के बाद भी प्रियंका अपने घर नहीं पहुंची थी. परिजनों को चिंता हुई तो सभी प्रियंका को गांव में ढूंढने के लिए निकले. लोगों से प्रियंका के बारे में पूछा, लेकिन सभी ने उसे नहीं देखने की बात कही. परिजनों को चिंता होने लगी तभी सभी कम्पोजिट स्कूल पर पहुंचे. 

परिजनों को स्कूल के अंदर से बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी. तुरंत ही स्कूल का ताला तोड़ा गया. अंदर जाकर देखा तो प्रियंका क्लासरूम में बैठी सिसक रही थी. कुछ लोगों ने बच्ची के रोने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. 

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प्रिंसिपल निलंबित, वेतन रुका

घटना के बारे शिक्षा विभाग को जानकारी दी गई. मामले को गंभीरता से लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल ने खंड शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र त्रिपाठी को जांच वायरल वीडियो की जांंच करने का आदेश दिया था.

इसके बाद एबीएसए की जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्काल प्रभाव से स्कूल के प्रिंसिपल राम सिंह को निलंबित कर दिया गया. उनके अलावा स्कूल में पदस्थ 7 सहायक अध्यापक और एक शिक्षामित्र का एक महीने का वेतन रोकने का आदेश दिया.

 

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