गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र में भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर द्वारा आयोजित राम कथा से पहले निकाली गई कलश यात्रा को लेकर विवाद खड़ा हो गया. बिना अनुमति के यात्रा निकालने पर पुलिस ने रोकने की कोशिश की, जिससे हंगामा हुआ. यात्रा में शामिल लोगों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई.
इस कलश यात्रा में हजारों की संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल थे. खुद विधायक नंदकिशोर गुर्जर सिर पर रामचरितमानस रखकर यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे. पुलिस ने बिना अनुमति के यात्रा निकालने पर कार्रवाई की तो विधायक समर्थकों के साथ उनकी झड़प हो गई. इस दौरान विधायक के कपड़े फट गए, जिससे नाराज होकर वे जमीन पर बैठ गए. देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए.
कलश यात्रा को लेकर हुआ विवाद
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, उन्हें रात में इस यात्रा की जानकारी मिली थी. सुबह जब विधायक से बातचीत हुई, तब भी स्पष्ट हुआ कि यात्रा के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी. इसके बावजूद यात्रा निकाली गई. पुलिस ने डीजे बंद करवाया और यात्रा को नियंत्रित करने का प्रयास किया. पुलिस ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
दूसरी ओर, विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पुलिस प्रशासन पर धार्मिक आयोजन में बाधा डालने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने जबरन यात्रा रोकने की कोशिश की और उनके समर्थकों से बदसलूकी की. उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और पक्षपात के गंभीर आरोप भी लगाए.
राम कथा मंच से खुलेआम चुनौती
राम कथा के मंच से विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने यूपी पुलिस और प्रशासन को खुली चुनौती दी. उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया और खुलेआम टकराव की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन में हिम्मत है तो नमाज रोककर दिखाए. उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
पुलिस ने शुरू की जांच
इस पूरे विवाद के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. लोनी एसीपी अजय कुमार सिंह ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी. वहीं, विधायक के बयान और पुलिस पर लगे आरोपों को लेकर भी प्रशासन की ओर से समीक्षा की जा रही है.