Kanpur News: कुशाग्र अपहरण और मर्डर केस में आरोपियों को रिमांड में लेने के बाद पुलिस उन्हें घटनास्थल ले गई. वहां पर क्राइम सीन रीक्रिएट किया गया. इस दौरान मुख्य आरोपी प्रभात ने बताया कि कैसे उस दिन हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. वहीं, रिमांड में पूछताछ के दौरान प्रभात की प्रेमिका और ट्यूशन टीचर फूट-फूट कर रो पड़ी. पुलिस की पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं.
रचिता ने कराया था अबॉर्शन
कुशाग्र हत्याकांड के मुख्य आरोपी प्रभात और रचिता काफी समय से लिव-इन में रह रहे थे. इस दौरान रचिता प्रेग्नेंट हो गई थी. लेकिन पैसों की तंगी के चलते दोनों शादी नहीं रचा सके. बाद में रचिता को अबॉर्शन कराना पड़ा.
दरअसल, 6 साल पहले रचिता प्रभात के मकान में किराए पर रहती थी. इसी दौरान दोनों के बीच में प्रेम संबंध स्थापित हो गए. जिसकी जानकारी होने के बाद प्रभात के पिता जो की होमगार्ड हैं ने रचिता को घर से निकाल दिया. लेकिन उसके बाद भी दोनों के संबंध खत्म नहीं हुए. इस बीच रचिता प्रेग्नेंट हो गई. मगर शादी के पैसे तक नहीं थे, जिसके चलते उसने अपना अबॉर्शन करवा दिया.
पैसों की तंगी, शादी का दबाव, फिर अपहरण का प्लान
बताया जा रहा है कि पैसों की तंगी, लिव इन में रहते हुए शादी का दबाव आदि के चलते रचिता और प्रभात परेशान थे. अबॉर्शन के बाद तो रचिता पूरी तरह टूट चुकी थी. उसे घर बसाने की जल्दी थी. इसलिए उसने प्रभात संग मिलकर कुशाग्र के अपहरण की साजिश रची. लेकिन फिर उनका प्लान बदल गया और उन्होंने हत्या जैसी वारदात को अंजाम दे डाला.
पूछताछ के दौरान पुलिस हिरासत में रचिता रो पड़ी. शायद उसे अपने किए पर पछतावा हो रहा होगा. वहीं, प्रभात के भी चेहरे का रंग बदला हुआ था. उसने बताया कि कैसे चाय/कोल्डड्रिंक पीने के बहाने वो कुशाग्र को अपने घर ले गया था फिर उसके गले को रस्सी से कस दिया था.
कैसे की थी कुशाग्र की हत्या?
पूछताछ में हत्यारोपी प्रभात ने बताया कि वो बहाने से कुशाग्र को कमरे में लेकर गया. फिर कमरा बंद करते हुए कुशाग्र से कहा कि अब दो दिन तुम्हें यही रहना पड़ेगा. जिसपर कुशाग्र ने कहा कि क्यों मजाक कर रहे हो? इतने में दोनों के बीच धक्का-मुक्की होने लगी. तभी प्रभात ने कुशाग्र को जमीन पर गिरा दिया और रस्सी से उसका गला घोट दिया. जिससे मौके पर उसकी मौत हो गई.
कल (6 नवंबर) देर रात फिर से इस सीन को पुलिस की मौजूदगी में रीक्रिएट किया गया. हालांकि, अभी भी यकीन करना मुश्किल है कि अकेले प्रभात ने इतनी आसानी से कुशाग्र का गला घोट दिया. इसमें किसी दूसरे शख्स की संलिप्तता का शक जताया जा रहा है.
लेकिन वो रचिता है या फिर प्रभात का दोस्त शिवा, इसकी जांच चल रही है. फिलहाल, आरोपियों से लगातार पूछता जारी है. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि उनकी क्या मानसिकता थी जिसके चलते उन्होंने ऐसा कदम उठाया. हर एक पहलू की बारीकी से जांच-पड़ताल की जा रही है.