गैंगस्टर संजीव जीवा माहेश्वरी की हत्या के पीछे क्या कोई आतंकी कनेक्शन भी था? लखनऊ पुलिस की तफ्तीश अब इस ओर भी बढ़ चली है. वजह लखनऊ जेल में बंद आतिफ से जीवा के झगड़े की बात आ रही है. लखनऊ जेल में चार आतिफ बंद हैं. उसमें एक अतीफ का कनेक्शन आतंकी संगठनों से जरूर है.
लखनऊ की भरी अदालत में गैंगस्टर संजीव जीवा की गोली मारकर हत्या करने वाले शूटर विजय यादव को पुलिस ने 3 दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया है. 3 दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि लखनऊ जेल में बंद वह कौन सा आतिफ है जिससे झगड़े के बाद उसके तथाकथित नेपाल में रहने वाले भाई ने जीवा की हत्या के लिए 20 लाख की सुपारी दी थी?
मामूली अपराध में जेल गए शूटर विजय यादव ने जीवा की हत्या तो की लेकिन उसके पीछे कौन असली साजिशकर्ता और मददगार है? बीते बुधवार 7 जून को लखनऊ कोर्ट में की गई गैंगस्टर संजीव जीवा माहेश्वरी की हत्या में अब तक की तफ्तीश में यूपी के तमाम गैंगस्टर्स के साथ-साथ अब आतंकी कनेक्शन भी तलाश रही है. दरअसल, जीवा की हत्या करने के बाद विजय को जेल भेजने से पहले एक 35 सेकंड का वीडियो वायरल हुआ.
इस वीडियो में विजय बता रहा है कि इस आदमी ने जेल में आतिफ की बेइज्जती की थी, जिससे उसके भाई अशरफ ने नेपाल में काम करने को कहा और जिसके लिए 20 लाख रुपए दिए थे. पुलिस ने आतिफ नामक शख्स की तलाश शुरू की तो पता चला लखनऊ जेल में 4 आतिफ बंद है.
सूत्रों के अनुसार इस साल की शुरुआत में संजीव जीवा की लखनऊ जेल से पेशी के लिए निकलते वक्त गेट पर आतिफ नामक एक कैदी से झड़प हुई थी. इस कहासुनी में जीवा ने आतिफ को बेइज्जत किया था. बताया जा रहा है कि जिस आतिफ से जीवा का झगड़ा हुआ, वह आतिफ कानपुर का रहने वाला है जिसे NIA ने जुलाई 2017 में अरेस्ट किया था.
आतिफ और संजीव जीवा दोनों ही हाई सिक्योरिटी बैरक में रखे गए थे. लेकिन मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ कोर्ट में पेशी के लिए निकलते समय गेट पर संजीव जीवा की आतिफ से कहासुनी हुई थी, जिसका जिक्र संजीव जीवा ने कोर्ट में अपने कुछ करीबियों से भी किया था. इसी कहासुनी का जिक्र विजय यादव ने अपने वायरल वीडियो में किया है.
आतिफ के बारे में बताया जा रहा है कि इसे अपने साथी आसिफ इकबाल के साथ कानपुर से गिरफ्तार किया गया था. मार्च 2017 में लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में आईएसआईएस आतंकी सैफुल्ला को एनकाउंटर में ढेर करने के बाद उससे मिले दस्तावेजों से कुछ अन्य संदिग्धों से पूछताछ के बाद आसिफ इकबाल और आतिफ का कनेक्शन सामने आया था.
इसके बाद एनआईए ने आसिफ इकबाल और आतिफ को कानपुर से गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा है कि आतिफ मोहम्मद मारे गए आतंकी सैफुल्ला का चचेरा भाई था और जिसने सैफुल्ला को असलहे और बारूद दिए थे.
पुलिस को शक है कि कहीं इसी आईएसआईएस से जुड़े आतिफ के किसी मददगार ने तो नेपाल में विजय को बेइज्जती का बदला लेने के लिए 20 लाख की सुपारी नहीं दी थी. आतिफ ने जिसे अपना भाई अशरफ बताया वो अशरफ असल में आतंकी संगठन आईएसआईएस का कोई सक्रिय सदस्य हो. फिलहाल पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए विजय यादव से लखनऊ पुलिस पूछताछ करने में लग गई है.