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ऑनलाइन मोबाइल ऑर्डर किया, पेमेंट के लिए घर बुलाया, फिर... लखनऊ के डिलीवरी बॉय की हत्या की पूरी कहानी

लखनऊ के चिनहट इलाके में ग्राहक ने एक लाख रुपये का फोन लेने के बाद साथियों संग मिलकर डिलीवरी बॉय की हत्या कर शव नहर में फेंक दिया. कॉल डिटेल और लास्ट लोकेशन के आधार पर हफ्ते भर बाद मामले का खुलासा हुआ है. दो आरोपी पकड़े गए हैं, जबकि मुख्य आरोपी फरार है. डिलीवरी बॉय का शव भी अभी नहर से बरामद नहीं हुआ है.

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लखनऊ: सीसीटीवी में कैद मृतक डिलीवरी बॉय
लखनऊ: सीसीटीवी में कैद मृतक डिलीवरी बॉय

लखनऊ में एक शख्स ने ऑनलाइन मोबाइल फोन ऑर्डर किया. पेमेंट के लिए कैश ऑन डिलीवरी (COD) का ऑप्शन चुना. लेकिन जब डिलीवरी बॉय मोबाइल लेकर उसके घर पहुंचा तो उसने साथियों संग मिलकर उसकी हत्या कर दी और मोबाइल लेकर गायब हो गया. इधर, जब डिलीवरी बॉय घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की. हफ्ते भर बाद अब पुलिस की जांच में दो हत्यारोपी पकड़े गए हैं. आइए जानते हैं पूरा मामला... 

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बता दें कि मृतक का नाम भरत कुमार है. 30 वर्षीय भरत एक ई-कॉमर्स कंपनी कंपनी में डिलीवरी बॉय का काम करता था. बीते दिनों लखनऊ के चिनहट निवासी हिमांशु कनौजिया के नंबर से दो फोन ऑर्डर किए गए थे. एक Google Pixel और दूसरा Vivo का, जिनकी कीमत एक लाख रुपये के करीब थी. 

भरत 24 सितंबर को मोबाइल डिलीवर करने के लिए चिनहट के देवा रोड स्थित हिमांशु के घर के पहुंचा. भरत ने फोन किया तो हिमांशु ने कॉन्फ्रेंस कॉल कर अपने साथी गजानन से उसकी बात कराई. गजानन ने कहा, वह मोबाइल रिसीव कर लेगा. लेकिन मौका पाकर गजानन ने अपने साथी आकाश के साथ मिलकर भरत की गला दबाकर हत्या कर दी और उससे मोबाइल व पैसे लूट लिए. फिर शव को बोरे में भरकर इंदिरा नहर में फेंक दिया. 

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इस वारदात में गजानन मुख्य आरोपी है, जबकि आकाश और हिमांशु उसके साथी हैं. गजानन अभी भी फरार है, जबकि आकाश और हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया गया है. गजानन ने दो महीने तक भरत के साथ एक ही कंपनी में काम किया था. 

भरत कुमार की फैमिली

गजानन को लेकर भरत के भाई प्रेम कुमार ने कहा कि दोनों में ना तो दोस्ती थी और ना ही कभी कोई विवाद हुआ. गजानन ने कंपनी में करीब ढाई लाख रुपये का हेरफेर किया था. उसके पास से काफी सामान मिला था. इस वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया गया था. अभी वह हार्डवेयर की छोटी सी दुकान चलाता है, जबकि आकाश कॉरपोरेट है. 

मामले में परिवार ने 25 सितंबर को गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने भरत के कॉल डिटेल के जरिए गजानन का नंबर ट्रेस किया. गजानन के दोस्त आकाश ने पूछताछ के दौरान अपराध कबूल कर लिया. हालांकि, पुलिस को अभी तक भरत का शव बरामद नहीं हुआ है. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम इंदिरा नहर में शव की तलाश कर रहा है. 

पुलिस के अनुसार, 30 वर्षीय डिलीवरी बॉय की उस समय हत्या कर दी गई जब वह एक ग्राहक को आईफोन देने गया था. ग्राहक ने डिलीवरी बॉय की हत्या इसलिए की, ताकि उसे 1 लाख रुपये कैश ऑन डिलीवरी के तौर पर न देना पड़े.

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