यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के सुशांत गोल सिटी (Sushant Golf City) थाना इलाके में सोमवार को प्रॉपर्टी डीलर आदित्य मिश्रा (Property Dealer Aditya Mishra) ने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया. पुलिस को मौके से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें निजी कारणों से आत्महत्या की बात कही गई है, लेकिन कौन है आदित्य मिश्रा जिसने करोड़ों की प्रॉपर्टी डीलिंग के कारोबार से लेकर तमाम कार्यक्रमों के जरिए बीते कुछ सालों में काफी सुर्खियां बटोरी थीं.
गोसाईगंज (Gosaiganj) के मलौली गांव के रहने वाले आदित्य मिश्रा (Aditya Mishra) ने महज 4-5 सालों में ही करोड़ों के टर्नओवर वाला प्रॉपर्टी डीलिंग का कारोबार खड़ा कर लिया था. उसने सुशांत गोल्फ सिटी में अपना एक दफ्तर बनाया जो उसके करीबियों के आने-जाने का भी एक ठिकाना था. बीते साल जुलाई में आदित्य मिश्रा ने गोसाईगंज इलाके में एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें अयोध्या (Ayodhya) से लेकर जगन्नाथपुरी (Jagannath Puri) तक के तमाम साधु-संत आए.
आठ जोड़ों की कराई थी घरवापसी
इस कार्यक्रम की सबसे खास बात ये रही कि इसमें तमाम धर्माचार्यों की मौजूदगी में आठ जोड़ों की घर वापसी कराई गई, जिन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम कबूल लिया था. उन सभी जोड़ों को वैदिक रीति रिवाज से जयमाला और शादी के बाद हिंदू धर्म में वापस लाया गया है. आदित्य मिश्रा द्वारा आयोजित किए गए इस कार्यक्रम ने उस समय खूब सुर्खियां बटोरी थीं.
हनुमान चालीसा का पाठ करने पर हुई थी गिरफ्तारी
इसके साथ ही करीब डेढ़ साल पहले लखनऊ में शहीद पथ (Shaheed Path) के किनारे खुले नए लुलु शॉपिंग मॉल (Lulu Mall) में आदित्य मिश्रा ने अपने हिंदू युवा मंच नामक संगठन से मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने आदित्य मिश्रा और उसके साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
गोसाईगंज में 5 केस दर्ज हैं
एडीसीपी साउथ की मानें तो आदित्य मिश्रा पर अकेले गोसाईगंज में ही पांच केस दर्ज हैं. आदित्य मिश्रा का नाम साल 2004 में लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता उपेंद्र सिंह मानू हत्याकांड में भी आया था.
बीते कुछ सालों में ही गोसाईगंज से लेकर गोमती नगर विस्तार, सुशांत गोल्फ सिटी, पीजीआई, मोहनलालगंज समेत कई इलाकों में आदित्य मिश्रा ने अपने प्रॉपर्टी डीलिंग के कारोबार को फैला दिया था, लेकिन सोमवार को आदित्य मिश्रा ने अपने दफ्तर में अवैध पिस्तौल से गोली मारकर जान दे दी.
10 दिनों से घर नहीं जा रहे थे आदित्य
कहा जा रहा है आदित्य बीते 10 दिनों से अपने घर भी नहीं जा रहे थे और रात में दफ्तर में ही रुकते थे. सोमवार को भी आदित्य अपने दफ्तर में थे, उनके कई दोस्त भी उनके साथ थे, लेकिन दोपहर करीब 1:30 बजे जब सभी दोस्त अपने काम से दफ्तर से बाहर निकले ही थे कि तभी कमरे से गोली चलने की आवाज आई. फायरिंग की आवाज सुनकर दोस्त अंदर गए तो आदित्य कुर्सी पर निढाल पड़ा था. आदित्य के ही एक दोस्त ने उसकी अवैध पिस्टल जमीन से उठाकर मेज पर रखी थी. फिलहाल पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें निजी कारणों को ही आत्महत्या के लिए जिम्मेदार लिखा होना बताया है.