
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निगोहां रेलवे स्टेशन पर बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया. जानकारी के मुताबिक, शनिवार शाम करीब 5 बजे लूप लाइन से जैसे ही नीलांचल एक्सप्रेस गुजरी, वैसे ही ट्रेन की पटरी गर्मी में पिघलकर फैल गई. दरअसल, निगोहां स्टेशन पर मेन लाइन की जगह उसे लूप लाइन पर भेज दिया गया था.
पटरी फैलने से लोको पायलट को झटका महसूस हुआ तो उसने ट्रेन रोक दी. तत्काल पायलट ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी. इसके बाद इंजीनियरिंग अनुभाग के कर्मचारियों ने पटरी को दुरुस्त किया.
जानकारों की मानें तो खराब मेंटेनेंस ट्रैक की वजह से ऐसा हुआ होगा. फिलहाल पूरे मामले में लखनऊ के डीआरएम सुरेश सापरा ने जांच बैठा दी है.
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ से प्रयागराज–प्रतापगढ़ रूट पर निगोहां रेलवे स्टेशन की मेन लाइन में दूसरी ट्रेन खड़ी थी. जिसकी वजह से नीलांचल एक्सप्रेस लूप लाइन से होकर गुजरी और इस दौरान ने ट्रेन पायलट ने रेलगाड़ी की रफ्तार धीमी कर ली फिर उसे आगे जाकर रोक दिया. इसी कारण से टेढ़ी रेल पटरियों से एक्सप्रेस बिना किसी हादसे के गुजर गई. नहीं तो बालासोर ट्रेन हादसे की तरह बड़ी दुर्घटना घट सकती थी.
लोको पायलट ने करवाई शिकायत दर्ज
बताया जा रहा है कि लोको पायलट जब लखनऊ जंक्शन पहुंचा तो उसने इसकी शिकायत दर्ज करवाई. आला अधिकारियों को भी इसकी सूचना दी. जिसके उपरांत रेलवे विभाग के बड़े अधिकारी और कर्मचारी मौके पर मुआयना करने पहुंचे. फिर श्रमिकों को बुलाकर रेलवे ट्रैक के मरमत के कार्य को शुरू कराया गया.
जांच के लिए टीम गठित की गई
वहीं लूप लाइन से कोई ट्रेन ना गुजरे इसके लिए स्टेशन मास्टर को अलर्ट कर दिया गया. हालांकि, अब रेल पटरी के टेढ़ेपन को सही करा लिया गया है. साथ ही ऐसा कैसे हुआ और इसके पीछे का स्पष्ट और सही कारण क्या है इसके हेतु डिविजनल रेलवे मैनेजर ने जांच कमेटी गठित कर दी है जो पूरे मामले की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट डीआरएम को सौंपेगी.