उत्तर प्रदेश में समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी के पेपर लीक मामले में यूपी एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है. यूपी STF के अनुसार, भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस में परीक्षा का पर्चा छपा था. प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी सुनील रघुवंशी की मदद से राजीव नयन मिश्रा ने RO/ARO का पेपर लीक करवाया था. UPSTF ने भोपाल के प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी सुनील रघुवंशी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.
सभी की गिरफ्तारी प्रयागराज के सिविल लाइन थान क्षेत्र से की गई है. सुनील रघुवंशी के साथ राजीव नयन मिश्रा का साथी और फाइनेंस हैंडलर सुभाष प्रकाश भी इस मामले में गिरफ्तार हुआ है.
उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में राजीव नयन मिश्रा और रवि अत्री के साथ सुभाष प्रकाश का भी नाम सामने आया था. उत्तर प्रदेश के सिपाही भर्ती परीक्षा के बाद दूसरी सबसे बड़ी परीक्षा का पेपर भोपाल के प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ था. सिपाही भर्ती परीक्षा और समीक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा पेपर लीक का मास्टरमंद राजीव नयन मिश्रा ही निकला.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था पेपर
इस परीक्षा में कथित रूप से प्रश्न पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने के शिकायतें प्राप्त हुई थीं. सीएम योगी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' (पहले ट्विटर) के माध्यम से एग्जाम कैंसिल करने की जानकारी दी थी. साथ ही उन्होंने कहा था कि परीक्षा 6 महीने के अंदर दोबारा आयोजित की जाएगी. उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी थी, 'उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 11 फरवरी 2024 को आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा, 2023 को निरस्त करने और आगामी 06 माह में इसे पुनः कराने के आदेश दिए हैं.'
सीएम योगी ने कड़े शब्दों में पेपर लीक के दोषियों को चेतावनी देते हुए कहा था,'परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा. युवाओं के दोषियों को ऐसी सजा दिलाएंगे, जो नजीर बनेगी.'
आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों के बीच पहुंची थी आजतक टीम
RO-ARO परीक्षा का पेपर लीक होने का दावों को जानने के लिए 'आजतक' उन अभ्यर्थियों के बीच पहुंचा था, जिनके पास पेपर लीक परीक्षा से पहले ही पहुंच गया था और जिसकी शिकायत उन्होंने आयोग और उत्तर प्रदेश सरकार से भी की. इन अभ्यर्थी में से एक लखनऊ के पवन कश्यप और राहुल त्रिवेदी थे, जिन्होंने अन्य छात्रों की तरह 11 फरवरी को लखनऊ में ही यह परीक्षा दी थी.
पवन ने कहा था कि जैसे ही वे अपनी पहली शिफ्ट की परीक्षा देकर बाहर निकले तो उनके मोबाइल पर कैमस्कैनर के जरिए स्कैन किया हुआ एक पीडीएफ पहुंचता है. जिसमें पहली शिफ्ट के GS के साथ-साथ हिंदी का भी पेपर था जो दोपहर ढाई बजे से होना था.