लखनऊ के बंथरा इलाके में घर में घुसकर पीट-पीटकर ऋतिक पांडे की हत्या में लापरवाही बरतने वाले दो दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. इस घटना में मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की थी.
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के बंथरा गांव में बिजली सप्लाई को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था. आरोप है कि रात करीब 10 बजे से बिजली की सप्लाई शुरू हो गई थी, जबकि ऋतिक पांडे के इलाके में बिजली की सप्लाई शुरू नहीं हो सकी थी. इस दौरान मृतक ऋतिक पांडे 1-2 लोगों के साथ मौके पर पहुंचा, जहां गांव के रिशु सिंह व अन्य लोग मौजूद थे. बिजली सप्लाई शुरू करने को लेकर इन दोनों के बीच बहस के बाद मारपीट हो गई. हालांकि इस दौरान मामला शांत होने पर ऋतिक घर वापस आ गया.
दबंगों ने पिता और भाई को भी पीटा
कुछ देर बाद रिशु और उसके परिवार वाले तमाम लोगों के साथ ऋतिक के घर पहुंच गए और उन्होंने मिलकर पूरे परिवार को जमकर पीटा, जिसमें सबसे ज्यादा मृतक ऋतिक को पीटा गया. हालांकि इस दौरान पिता बबन और दूसरे बेटे अभिषेक को भी चोटें आईं सभी को अस्पताल ले जाया गया. आरोप है कि थाने में पुलिस से जब पुलिस शिकायत की गई तो पुलिस ने सुबह आने को बोला.
UP: बिजली सप्लाई को लेकर हुआ विवाद, दबंगों ने घर में घुसकर युवक को पीट-पीटकर मार डाला
बिजली विभाग ने ऋतिक के खिलाफ दी थी तहरीर
दूसरी तरफ बिजली विभाग की तरफ से मृतक ऋतिक के खिलाफ तहरीर दी गई. इस पर पुलिस उनके घर दबिश देने लगी. कुछ देर बाद अस्पताल से ऋतिक को घर ले जाया गया, लेकिन सुबह फिर तबीयत बिगड़ गई और लोकबंधु अस्पताल में एडमिट किया गया. जहां उसकी मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की. हालांकि DCP साउथ जोन तेजरूप सिंह ने इस मामले की जांच एसीपी कृष्णा नगर को सौंपी थी जिसके बाद आरोपियों की लापरवाही सामने निकलकर आई और दारोगा सुभाष यादव, दारोगा सुशील यादव और सिपाही यत्येंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है.