योगी सरकार जहां माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को लेकर कड़ा रुख अपनाए हुए थी, वहीं कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar) ने मुख्तार को गरीबों का मसीहा बताया था. उन्होंने कहा था कि जब भी किसी गरीब पर ज्यादती होगी और उसके साथ जो खड़ा दिखाई देगा तो उसे गरीबों का मसीबा ही कहा जाएगा. इसको लेकर जब राजभर से पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar) सोमवार को मदरसे के एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने वाराणसी पहुंचे थे. यहां जब आजतक ने मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, "चलो बिना मतलब की बात करते हो." उन्होंने यूपी में एनडीए उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर कहा कि धीरे-धीरे लिस्ट जारी हो रही है. अभी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों का ऐलान भी नहीं हुआ है. जबतक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं हो जाती है, तब तक हम मानते हैं कि हो सकता है एक-दो सीटें हमें और मिल जाएं.
राजभर ने मुख्तार को बताया था क्रांतिकारी
मुख्तार अंसारी की मौत पर राजभर ने कहा था, "ये एक दुखद घटना है और ईश्वर के आगे किसी की नहीं चलती है. डॉक्टरों का जो कहना है और जो उनकी मेडिकल रिपोर्ट आई है, उसमें मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया गया है. परिवार का जो आरोप है, उसकी सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं. जो सच होगा सामने आएगा. राजभर ने कहा था कि उन्होंने मुख्तार अंसारी को पहले क्रांतिकारी कहा था और वो आज भी अपने उस बयान पर कायम हैं.
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राजभर की पार्टी से विधायक है अब्बास अंसारी
बता दें कि मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) की पार्टी सुभासपा से विधायक है. इस पर सफाई देते हुए राजभर ने कहा कि चुनाव आयोग के पास जो आंकड़ा है, उसके हिसाब से वो हमारी पार्टी में हैं. उन्होंने अब्बास अंसारी को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कहने पर ही अपनी पार्टी का चुनाव चिह्न दिया था. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में सुभासपा का सपा के साथ गठबंधन था.