यूपी की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की बाराबंकी कोर्ट में वर्चुअल पेशी हुई. इस दौरान माफिया ने अपनी आंख खराब होने की बात जज को बताई. उसने कहा कि मेरी दाहिनी आंख में काला मोतियाबिंद हो गया है, जिससे उसे देखने में दिक्कत में हो रही है. साथ ही मुख्तार ने जेल प्रशासन द्वारा उसका सही से इलाज ना कराने की शिकायत भी की. जिसपर जज ने कहा कि इसके लिए प्रार्थना पत्र दीजिए.
बता दें कि मुख्तार अंसारी की इस वर्चुअल पेशी में गैंगेस्टर के मुकदमे का गवाह नही आया था. गवाह एफआईआर लेखक था, जो कोर्ट में हाजिर नही हुआ. इस दौरान कभी अपनी गवाहों को घूर कर देखने वाले माफिया मुख्तार अंसारी ने अपनी आंख खराब होने की बात जज को बताई.
मुख्तार ने जज से लगाई ये गुहार
उसने कहा कि जज साहब मेरी दाहिनी आंख में मोतियाबिंद हो गया है, इलाज करवा दीजिए. जेल प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा. मुख्तार अंसारी की बात सुनकर मामले की सुनवाई कर रहे जज कमलकांत श्रीवास्तव ने कहा कि इसके लिए प्रार्थना पत्र दीजिए.
मुख्तार के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि मुख्तार अंसारी बांदा जेल से हाजिर वर्चुअल हुए थे. मुकदमे की अगली तारीख 11 जनवरी तय हुई है.
बता दें कि फर्जी एंबुलेंस मामले में मुख्तार अंसारी समेत 13 लोगों पर नगर कोतवाली में 2022 में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिस पर जज कमलकांत श्रीवास्तव ने मुकदमे की अगली तारीख 11 जनवरी लगा दी है.
इससे पहले मुख्तार अंसारी ने अपनी जान को खतरा बताया था. उसने जज से कहा था कि जेल में उसकी हत्या करवाई जा सकती है. जिसपर उसके बैरक की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए थे.
टाइट सिक्योरिटी में माफिया
जेल में मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को लेकर डेढ़ प्लाटून PAC के जवान को मिलाकर करीब 150 जेल पुलिस और सिविल पुलिस के जवान तैनात हैं. 77 CCTV कैमरों से पूरे जेल कैंपस में निगरानी रखी जाती है. बॉडी कैम से जवान लैश रहते हैं. हर आने-जाने वाले पर विशेष नजर रखी जाती है.