scorecardresearch
 

एक सिपाही से डर गया माफिया डॉन! बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी ने लगाई सुरक्षा की गुहार

माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) ने जेल में हत्या की आशंका जताते हुए कोर्ट से सुरक्षा प्रदान करने की गुहार लगाई है. मुख्तार ने सोनभद्र से ट्रांसफर होकर बांदा जेल में आए एक सिपाही से खुद को खतरा बताया है. उसने आरोप लगाया है कि जेल प्रशासन उससे मिलकर उसकी हत्या करवा सकता है.

Advertisement
X
बांदा जेल में बंद है मुख्तार अंसारी
बांदा जेल में बंद है मुख्तार अंसारी

यूपी की बांदा जेल में माफिया मुख्तार अंसारी को हत्या का डर सता रहा है. मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई है. मुख्तार की विशेष न्यायाधीश दिनेश चौरसिया की अदालत में तीन मामलों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई थी. इसी दौरान उसने जेल में हत्या की आशंका जताते हुए कोर्ट से सुरक्षा प्रदान करने की गुहार लगाई है.  

Advertisement

मुख्तार अंसारी ने सोनभद्र से ट्रांसफर होकर बांदा जेल में आए एक सिपाही से खुद को खतरा बताया है. उसने आरोप लगाया है कि जेल प्रशासन उससे मिलकर उसकी हत्या करवा सकता है. फिलहाल, मुख्तार की लिखित शिकायत पर 13 और 20 सितंबर को कोर्ट में सुनवाई होगी. 

एक सिपाही से डर गया माफिया? 

दरअसल, बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी को हर समय अपनी हत्या का डर सता रहा है और उसके इस डर के पीछे एक सिपाही है. बताया जा रहा है कि बांदा जेल में एक नया सिपाही आया है. ये सिपाही सोनभद्र से ट्रांसफर होकर यहां आया है. इसी से मुख्तार ने अपनी जान को खतरा बताया है. उसने लिखित में कोर्ट में शिकायत दी है. अब देखना होगा कि कोर्ट मुख्तार के इस डर पर क्या प्रतिक्रिया देती है. 

Advertisement

ये भी पढ़ें- मुख्तार अंसारी पर दर्ज गैंगस्टर के मामलों में एमपी एमएलए कोर्ट आज सुना सकती है फैसला

बता दें कि मुख्तार अंसारी मऊ सदर विधानसभा सीट से 5 बार विधायक रहा है. उसपर हत्या, लूट, अपहरण, गैंगस्टर समेत दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं. कुछ मामलों में तो उसे सजा भी सुनाई जा चुकी है. फिलहाल, मुख्तार पर शस्त्र लाइसेंस संस्तुति और गैंगस्टर एक्ट का मामला चल रहा है, जिसको लेकर MP/MLA कोर्ट में पेशी हुई थी. विधायक निधि के दुरुपयोग का भी मामला है.

आरोप है कि विधायक रहते मुख्तार अंसारी ने अपने लेटर पैड पर आधा दर्जन लोगों को शस्त्र लाइसेंस के लिए अपनी संस्तुति दी थी.  लेकिन जांच के दौरान सभी का पता फर्जी पाया गया था. इस मामले में मुख्तार समेत उन सभी पर केस दर्ज हुआ है जिन्होंने शस्त्र लाइसेंस लिए थे. इस तरह कुल तीन मामलों में उसकी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कोर्ट में पेशी हुई थी और इसी दौरान उसने कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई.

Live TV

Advertisement
Advertisement