महाकुंभ में और प्रयागराज जाने वाले रास्तों पर भारी भीड़ है. सड़क से लेकर ट्रेन तक भक्तों का रेला है. हालत ये है कि दूसरे शहरों से भी भारी भीड़ लगातार चली आ रही है. यूपी के कई शहरों से लेकर मध्य प्रदेश तक लोगों की भारी भीड़ स्टेशनों पर जमा है. भीड़ को लेकर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को प्रयागराज भेजा गया है. हवाई जहाज का किराया कम होकर भी इतना है कि सब उसका खर्च उठा नहीं सकते. सड़क मार्ग की हालत ये है कि प्रयागराज शहर से लेकर वाराणसी, मिर्जापुर, लखनऊ और रीवा हाइवे समेत 7 एंट्री पॉइंट्स पर रविवार को 20 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं.
लोग सड़कों पर जाम में फंसे हुए हैं और ट्रेन से अगर प्रयागराज आ रहे हैं तो क्या एसी क्लास, क्या जनरल क्लास सब जगह भीड़ है. लोग इंजन तक में घुसकर प्रयागराज पहुंचना चाहते हैं. प्रयागराज व आसपास के जिलों में ट्रैफिक जाम के बिगड़ते हालात को देखते हुए अब एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश को महाकुंभ में भेजा जा रहा है. विशेष विमान से एडीजी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश को प्रयागराज जाने का आदेश दिया गया गया है.
रेल मंत्री ने बताया- खुला है प्रयागराज जंक्शन
प्रयागराज महाकुंभ में जाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अब प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं. महाकुंभ में रेल व्यवस्था को लेकर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि 'प्रयागराज जंक्शन खुला है. अफवाहों पर ध्यान ना दें.' सरकारी आंकड़ा कहता है कि रोज करीब डेढ़ करोड़ लोग प्रयागराज के महाकुंभ में स्नान करने पहुंच रहे हैं. यहां तक पहुंचने के लिए लोग घंटों के जाम में जूझ रहे हैं. दिल्ली से जाने वालों को औसत 26 घंटे तक लग रहे हैं.
संगम पहुंचने वाला हर श्रद्धालु अपनी यात्रा प्रयागराज में आकर समाप्त कर रहा है और संगम तट पर स्नान करने के लिए पहुंचना चाहता है. प्रयागराज पहुंचे कई श्रद्धालु ऐसी गाड़ी से जाकर संगम में स्नान करना चाहते हैं जिससे आम दिनों में सामान ढोने का काम किया जाता है. ऐसी गाड़ी को 'पिकअप गाड़ी' कहा जाता है लेकिन आम बोलचाल की भाषा में इसे 'छोटा हाथी' कहते हैं और इसमें 10 आदमी एक बार में बैठ सकते हैं. लेकिन संगम पहुंचने के लिए इस पिकअप गाड़ी में 20-20 लोग बैठकर जा रहे हैं. यही नहीं गाड़ी पर लोग लटक कर जाते भी नजर आए. संगम पहुंचने के लिए इस तरह का रिस्क उठाना बिल्कुल गलत है लेकिन अन्य साधनों में अधिक किराया लग रहा है.
माघ पूर्णिमा को लेकर बढ़ रही भीड़
प्रयागराज शहर के भीतर पैदल चलने वाले लोगों की संख्या लाखों में है. शहर वाले अपना काम तक पूरा नहीं कर पा रहे हैं. महाकुंभ में आगामी 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा के अवसर पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रयागराज पहुंच रही है. विशेष पर्व माघ पूर्णिमा को देखते हुए हर कोई त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त करना चाहता है. एक ओर जहां ट्रेनों में भारी भीड़ चल रही है तो वहीं दूसरी ओर प्रयागराज जाने वाले राज मार्गो पर अभी से वाहनों का रेला दिखाई दे रहा है, जिसके चलते प्रयागराज को जोड़ने वाले राजमार्गों पर जाम की स्थिति पैदा होने लगी है.
लोगों से की जा रही घर लौटने की अपील
मध्य प्रदेश के कटनी में जाम को देखते हुए अन्य जिलों से कटनी होकर महाकुंभ जाने वाले यात्रियों को कटनी पुलिस रोक रही है. राष्ट्रीय राज मार्ग पर कटनी पुलिस यात्रियों से वापस घर लौट जाने की अपील कर रही है. कटनी के यातायात सूबेदार राहुल पांडे राजमार्ग पर गाड़ियों को रोककर माइक पर लोगों से महाकुंभ न जाकर कहीं और घूमने या वापस घर लौट जाने के लिए कह रहे हैं. माइक से ऐलान कर लोगों से अपील की जा रही है कि हम नहीं चाहते कि आपको किसी समस्या का सामना करना पड़े, जिनको मैहर जाना है वह आगे जाकर मैहर का वैकल्पिक रास्ता पकड़ लें लेकिन आगे बिल्कुल मत जाइए क्योंकि टोल के आगे बहुत ज्यादा भीड़ इकठ्ठी हो चुकी है. लोगों में इसका असर भी दिखाई देने लगा है और लोग वापस घर लौटने को मजबूर हो रहे हैं.
आम यात्रियों को भी हो रही दिक्कत
दिल्ली हावड़ा रेल रूट के सर्वाधिक व्यस्ततम रेलवे स्टेशनों में शुमार पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर श्रद्धालुओं की भारी उमड़ी है. श्रद्धालुओं के साथ-साथ आम लोगों को भी ट्रेन में सवार होने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. पीछे से ट्रेनों में आ रही भीड़ की वजह से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर ट्रेनों में सवार होना लोगों के लिए काफी मुश्किल हो गया है. एक तरफ ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ को लेकर श्रद्धालु परेशान है तो वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज से वापस लौट रहे यात्री महाकुंभ में बदइंतजामी का आरोप भी लगा रहे हैं. इन श्रद्धालुओं का कहना है कि मेले में भीड़ को कंट्रोल करने की सारी कवायद फेल हो चुकी है. लोगों को 30-30 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है. आलम यह है कि रिजर्वेशन होने के बावजूद भी ट्रेनों में भारी भीड़ की वजह से पैसेंजर चढ़ नहीं पा रहे हैं.
कानपुर सेंट्रल पर फंसे यात्री
प्रयागराज में यात्रियों का लोड कम करने के लिए वहां से कुंभ स्पेशल ट्रेनों से लोगों को कानपुर सेंट्रल पर छोड़ा जा रहा है जिससे अब कानपुर सेंट्रल पर भी यात्रियों का बोझ बढ़ गया है. किसी को मथुरा की तरफ जाना है तो किसी को आगरा, किसी को फर्रुखाबाद की तरफ जाना है, किसी को एमपी तो किसी को दिल्ली जाना है. यहां ऐसे यात्रियों की भरमार है जो कुंभ स्पेशल में बैठकर कानपुर तो आ गए लेकिन यहां से उन्हें अपने जिले को जाने के लिए ट्रेनों की सुविधा नहीं मिल पा रही है.