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Maharajganj: आम तोड़ने के विवाद में पीट-पीटकर हत्या, 25 साल बाद आया फैसला, 6 लोगों को उम्रकैद

महराजगंज जिले में 25 साल पहले आम तोड़ने को लेकर हुई एक हत्या के मामले में कोर्ट ने छह दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. साथ ही प्रत्येक व्यक्ति पर 19-19 हजार का अर्थदंड भी लगाया है.

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महराजगंज: कोर्ट ने 6 लोगों को सुनाई सजा
महराजगंज: कोर्ट ने 6 लोगों को सुनाई सजा

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में आम तोड़ने को लेकर हुई हत्या के मामले में विशेष न्यायाधीश एससी-एसटी कोर्ट शाकिर हसन ने छह दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. साथ ही प्रत्येक व्यक्ति पर 19-19 हजार का अर्थदंड भी लगाया है. घटना 25 साल पहले हुई थी, जिसका फैसला अब आया है. 

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बता दें कि कोल्हुई थाना क्षेत्र के पिपरा बाजार में 25 वर्ष पूर्व आम तोड़ने के विवाद में एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में बीते दिन विशेष न्यायाधीश एसससी/एसटी कोर्ट शाकिर हसन ने छह लोगों को दोषी सिद्ध करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई. साथ ही प्रत्येक पर अर्थदंड भी लगाया.

पत्रावली से मिली जानकारी के अनुसार, थाना कोल्हुई थाना क्षेत्र के पिपरा बाजार में 27 मई सन 1999 को छोटेलाल यादव की लाठी और डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. दरअसल, पारसनाथ यादव के खेत और कब्रिस्तान के बीच में एक आम का पेड़ था. उस पेड़ को पारसनाथ का परिवार अपना होने का दावा करता था. जिसपर 27 मई 1999 को विवाद हो गया. 

गांव के ही छोटेलाल और उनके परिवार के लोग पेड़ को कब्रिस्तान के अंदर मानकर उसका फल तोड़ने लगे. इसी विवाद को लेकर पारसनाथ यादव के साथ हरी यादव, सुरेश यादव, राम नरेश यादव, भूपेंद्र यादव, राजेंद्र यादव, योगेंद्र यादव, चिनका उर्फ रमेश यादव, घनश्याम यादव ने आक्रोशित होकर छोटेलाल पर लाठी डंडे से हमला कर दिया. इस हमले में छोटेलाल को गंभीर चोटें आई, जिससे उनकी मृत्यु हो गई. 

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मुकदमे के विचारण के दौरान अभियुक्त पारसनाथ यादव, हरी यादव तथा सुरेश यादव का भी निधन हो गया. सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फणींद्र कुमार त्रिपाठी ने गवाहों व साक्ष्यों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर सजा की मांग की. जिसके आधार पर विशेष न्यायाधीश एससी-एसटी कोर्ट शाकिर हशन ने गवाहों व साक्ष्यों का परीक्षण कर तथा अभियोजन व बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद सुरेश यादव, भूपेंद्र यादव, राजेन्द्र यादव, योगेंद्र यादव, चिनका उर्फ रमेश यादव व घनश्याम यादव को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. साथ ही जुर्माना भी ठोका है. 

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