उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में किसानों की खाद और सिंचाई से जुड़ी समस्याएं गहराती जा रही हैं. गेहूं की बुआई के समय खाद न मिलने से परेशान किसान अब अपना धैर्य खोने लगे हैं. जिले के एक किसान समिति पर सुबह चार बजे से लाइन में खड़े किसानों को जब यह कहा गया कि समिति में खाद उपलब्ध नहीं है तो उनके सब्र का बांध टूट गया. जिसके बाद नाराज किसानों ने समिति के गोदाम का ताला तोड़ दिया और अंदर रखी खाद की बोरियों को लूट ले गए. पूरा मामला जिले के बहुउद्देश्यीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति बड़ीहाट का है.
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किसानों का कहना है कि वे खाद खरीदने के लिए पैसे दे रहे थे, लेकिन उन्हें खाद नहीं दी जा रही थी. साथ ही किसानों का आरोप है कि उनके हिस्से की खाद की कालाबाजारी की जा रही है. जबकि समितियों में खाद रखी हुई है. खाद नहीं मिलने से उनके सामने बुआई का संकट गहराने लगा है. वहीं, इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और समिति प्रबंधन पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.
समिति से खाद लूटने की सूचना लगते ही स्थानीय पुलिस भी पहुंच मौके पर पहुंच गई. जिसके बाद पुलिस ने कुछ किसानों को समझाया भी. मामले में किसान नेताओं ने प्रशासन से खाद वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है. साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि समस्या का समाधान जल्द नहीं किया गया तो वे आंदोलन करेंगे.
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हालांकि, खाद की कालाबाजारी के आरोपों से महोबा के बड़ीहाट सहकारी समिति के प्रभारी लक्ष्मी प्रसाद ने इनकार किया है. उन्होंने कहा कि कुछ किसानों और अराजक तत्वों ने समिति के गोदाम का ताला तोड़कर खाद ले गए और बाहर भी फेंक दी. पता नहीं कितनी खाद की बोरियां ले गए हैं. मामले की सूचना अधिकारियों को दी गई है. खाद ले जाने वालों की वीडियो भी बनाई गई है.