उत्तर प्रदेश के आगरा में सहेली के बाप का काला कारनामा सामने आया है. बेटी की नाबालिग सहेली को जाल में फंसाया. उसका मानसिक और शारीरिक शोषण किया. ब्लैकमेल किया और इस हद तक किया कि नाबालिग पीड़िता ने आत्महत्या कर ली. नाबालिग पीड़िता ने आत्महत्या अपने घर पर की. मौत की जानकारी होने पर परिवार और मिलने-जुलने वालों में कोहराम मच गया. सभी आत्महत्या की वजह तलाशने लगे. आनन-फानन में आत्महत्या की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई . पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि नाबालिग की मौत के पीछे उसकी सहेली के पिता राघवेंद्र चौहान का हाथ है.
मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया कि राघवेंद्र ने उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया, जिससे दुखी होकर नाबालिग ने आत्महत्या कर ली. पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि होने और छात्रा के मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने पहले से दर्ज मामले में आईपीसीकी धारा 376 और पॉक्सो कानून के प्रावधानों को जोड़ दिया है.
परिजनों का आरोप है कि राघवेंद्र चौहान उनकी नाबालिग बेटी को ब्लैकमेल कर रहा था. उसका मानसिक और शारीरिक शोषण कर रहा था. राघवेंद्र चौहान सत्ता की हनक दिखा रहा था. बता रहा था कि उसके सत्ताधारी नेताओं से संबंध हैं और कोई उसका कुछ कर नहीं पाएगा. लेकिन जब पुलिस अपनी कार्रवाई पर आई तो सत्ता की हनक दिखाने वाले राजेंद्र चौहान की सारी हेकड़ी निकल गई. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है.
सोशल मीडिया पर आरोपी राघवेंद्र चौहान के भाजपा नेताओं के साथ फोटो वायरल हो रहे हैं. वायरल फोटो पर समाजवादी पार्टी के नेता सवाल उठा रहे हैं. कह रहे हैं कि सहेली की बेटी का शोषण करने वाला भाजपा नेता है. समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ट्विटर अकाउंट से पूरे मामले को लेकर ट्वीट भी किया गया है जिसमें विधायक समेत कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाए गए हैं.
एक ट्वीट में लिखा गया है कि यह नेता भाजपा का नेता है, इसलिए बुलडोजर और एनकाउंटर से बचा हुआ है. यह व्यक्ति भाजपा नेताओं का दुलारा है. वहीं, समाजवादी पार्टी के ट्वीट पर भाजपा विधायक धर्मपाल सिंह ने जवाब दिया है.
BJP विधायक का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराधियों को सबक सिखा रहे हैं. जीरो टोलरेंस पर काम कर रहे हैं. यही वजह है कि आरोपी को केस दर्ज होने के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मुकदमे में आईपीसी की धारा 376 और पॉस्को एक्ट की धारा बढ़ा दी गई है. आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
बेटी की मौत के बाद परिजन आरोपी राघवेंद्र चौहान को फांसी की सजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं. परिजनों का कहना है कि राघवेंद्र चौहान लगातार उनकी बेटी को फोन करता था और परेशान करता था. एसीपी एत्मादपुर ने बताया कि आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.