बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने रविवार को अपने भतीजे आकाश आनंद को सभी पार्टी पदों से हटा दिया और साफ कर दिया कि जब तक वह जीवित हैं, तब तक अपने उत्तराधिकारी का ऐलान नहीं करेंगी. बसपा सुप्रीमो ने कहा कि पार्टी सर्वोपरि है, रिश्ते बाद में आते हैं. उन्होंने आकाश आनंद को हटाने के पीछे उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ को जिम्मेदार ठहराया, जिन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पिछले महीने बसपा से निकाल दिया गया था.
मायावती ने आनंद कुमार की तारीफ की
बसपा के शीर्ष नेताओं की बैठक में मायावती ने कई बड़े बदलाव किए. उन्होंने अपने भाई आनंद कुमार और रामजी गौतम को राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया, जो पूरे देश में पार्टी के कामकाज को देखेंगे. मायावती ने कहा कि आनंद कुमार ने हमेशा पार्टी के लिए निष्ठा से काम किया है. उन्होंने बताया कि आनंद कुमार सरकारी नौकरी छोड़कर बसपा के लिए काम करने आए थे और पार्टी के संस्थापक कांशीराम की तबीयत खराब होने पर उनकी सेवा भी की थी. उन्होंने यह भी बताया कि उनके भाई ने अपने बच्चों की शादी राजनीतिक परिवारों में नहीं करने का फैसला किया है ताकि कोई भी पार्टी को नुकसान न पहुंचा सके.
केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार पर लगाया आरोप
बैठक में बसपा संगठन को मजबूत करने, सभी वर्गों तक पार्टी का विस्तार करने और संगठन की कमियों को दूर करने पर चर्चा हुई. मायावती ने सरकार पर महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार का बजट जमीनी हकीकत से परे है.
उन्होंने बसपा के संस्थापक कांशीराम की जयंती 15 मार्च को धूमधाम से मनाने की योजना बनाई है. इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ता लखनऊ के कांशीराम स्मारक और नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल सहित विभिन्न स्थानों पर श्रद्धांजलि देंगे.
'भाजपा और सपा एक ही सिक्के के दो पहलू'
समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में सपा को करारी हार मिली, जबकि बसपा ने चुनाव लड़ा ही नहीं. उन्होंने कहा कि भाजपा और सपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और केवल बसपा ही भाजपा और अन्य जातिवादी पार्टियों को हरा सकती है.