मेरठ के सदर बाजार भूसा मंडी निवासी नईमुद्दीन की संदिग्ध मौत के 43 दिन बाद पुलिस प्रशासन ने बुधवार को उसकी कब्र खोदकर शव निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा. मृतक की मां सकीना का आरोप है कि उसकी बहू और ससुरालवालों ने गला घोंटकर हत्या की और फिर जल्दबाजी में शव को दफना दिया.
नईमुद्दीन का निकाह 11 साल पहले खुशनुमा से हुआ था और वह अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ ससुराल में ही रह रहा था. 7 जनवरी 2025 को उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. 8 जनवरी को ससुराल पक्ष ने उसे रेलवे रोड स्थित कब्रिस्तान में दफना दिया, लेकिन मृतक की मां को जब इस बारे में पता चला, तो उन्होंने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस और प्रशासन को शिकायत दी.
मौत के 43 दिन बाद शव को कब्र से निकाला
सकीना का आरोप है कि चार-पांच लोगों ने मिलकर उसके बेटे की हत्या की और उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं दी. रिश्तेदारों के माध्यम से उन्हें घटना का पता चला, जिसके बाद उन्होंने जिलाधिकारी और एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर जांच की मांग की. प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शव को कब्र से निकालने और पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया.
थाना ब्रह्मपुरी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में शव को बुधवार को कब्र से बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. इस मामले की जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.
मृतक की मां ने लगाया हत्या का आरोप
मृतक की मां सकीना का कहना है कि उनके बेटे की हत्या की गई है, गला घोंटकर मारा गया और हमें सुबह इसकी सूचना दी गई. हमें एक रिकॉर्डिंग मिली थी, जिससे हमें शक हुआ. वहीं इस मामले पर एसडीएम नवनीत गोयल का कहना है कि मृतक की मां के शक के आधार पर जिलाधिकारी और एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया गया था, जिसके बाद शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.