समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव वाले मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के तीन थानेदारों को हटाने की मांग की है. सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने मिल्कीपुर के कुमारगंज, इनायतनगर और खंडासा थाने के थानेदारों को हटाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र भेजा है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, पार्टी ने तीनों पुलिसकर्मियों पर सपा समर्थकों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है.
सपा के अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि पुलिस ने शनिवार को पार्टी के जिला महासचिव बख्तियार खान और जिला सचिव राम तेज यादव समेत एक दर्जन से अधिक पदाधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस पूरे दिन पार्टी कार्यकर्ताओं को हिरासत में रखती है और देर रात उन्हें छोड़ देती है. प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद मिल्कीपुर सीट से सपा के उम्मीदवार हैं, जहां 5 फरवरी को उपचुनाव होंगे.
झूठे आपराधिक मामलों में फंसाने का आरोप
सपा ने सीईओ को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि चुनाव की घोषणा के बाद से ही तीनों थानाध्यक्ष सपा कार्यकर्ताओं, बूथ अध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों को झूठे आपराधिक मामलों में फंसा रहे हैं.
पार्टी ने पत्र में इनायतनगर एसएचओ देवेंद्र पांडेय, खांडसा एसएचओ संदीप सिंह और कुमारगंज एसएचओ अमरजीत सिंह का नाम लिया है. सपा के अयोध्या जिला अध्यक्ष पारसनाथ यादव ने कहा कि पत्र की एक कॉपी सीईओ और अयोध्या के जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजी गई है.
'मिल्कीपुर में इतिहास का सबसे बड़ा उपचुनाव होगा'
हाल ही में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर उपचुनाव को देश के इतिहास का सबसे बड़ा चुनाव बताया था. पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर में भी भाजपा अपनी पकड़ खो रही है. किसान, व्यापारी, युवा और महिलाएं सभी उन्हें हराने के लिए तैयार हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि मिल्कीपुर में कोई व्यक्ति नहीं, पीडीए का प्रतिनिधि लड़ रहा है. इसीलिए हम चाहते हैं कि दुनियाभर के जो जर्नलिस्ट हैं वो इस चुनाव को देखने-समझने-कवर करने आएं. इस चुनाव की केस स्टडी करने के लिए हम दुनिया के बड़े विद्वानों को आमंत्रित करते हैं.
BJP में भीतरघात का दावा
अखिलेश यादव ने कहा, 'हम चाहते हैं कि उप्र की सरकार इस उपचुनाव को 'पारदर्शी चुनाव का उदाहरण' बनाए और वो भी सबको आमंत्रित करे. मिल्कीपुर का चुनाव PDA बनाम भाजपा के भ्रष्ट तंत्र के बीच का मुकाबला है. भाजपा भीतरघात से पहले ही कमजोर पड़ गयी है. भाजपा को हराने के लिए किसान, महिला और युवा तैयार बैठे हैं.'