उत्तर प्रदेश के अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हो रहे हैं. 5 फरवरी को मतदान होना है और नतीजे 8 फरवरी को आएंगे. उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब राजनीतिक दलों का फोकस चुनाव प्रचार पर है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ ही भारतीय जनता युवा मोर्चा समेत पार्टी के विविध प्रकोष्ठ के नेता जनता के बीच पहुंच रहे हैं. वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) भी एक्टिव हो गए हैं. बीजेपी और समाजवादी पार्टी (सपा), दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवारों के चुनाव अभियान की कमान परिजनों ने संभाल ली है.
एक्टिव हुए संघ-विहिप
मिल्कीपुर उपचुनाव को सपा के नेता सत्ताधारी दल को लोकसभा चुनाव में पटखनी देने के बाद अब दोहरा घाव देने के मौके पर देख रहे हैं. वहीं, बीजेपी ने मिल्कीपुर उपचुनाव को आम चुनाव की हार का बदला लेने के मौके के रूप में लेते हुए साख का सवाल बना लिया है. दोनों दलों के बीच साख की इस लड़ाई में पर्दे के पीछे से संघ ने भी कमान संभाल ली है. संघ के स्वयंसेवक जागरुकता अभियान के जरिये राष्ट्रवादी विचारधारा वाली पार्टी को वोट की अपील कर रहे हैं. संघ और इससे जुड़े संगठनों और बीजेपी के बीच बेहतर तालमेल रहे, इसके लिए प्रांत प्रचारक ने खुद मोर्चा संभाल रखा है.
मोदी-योगी का नाम
बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ ही भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता भी जनता के बीच पीएम मोदी और सीएम योगी के नाम और काम लेकर पहुंच रहे हैं. इस सुरक्षित सीट पर दोनों ही दलों से अनुसूचित जाति के उम्मीदवार आमने-सामने हैं, ऐसे में निर्णायक की भूमिका में सामान्य वर्ग और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आ गए हैं. बीजेपी और सपा, दोनों ही दलों ने इन वर्गों को अपने साथ जोड़ने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. सामान्य वर्ग को साधे रखने के लिए बीजेपी सीएम योगी के नाम को आगे कर रही है, संघ का सहारा ले रही है. वहीं ओबीसी नेताओं की फौज भी डोर टू डोर कैंपेन कर रही है.
सपा से ब्राह्मण चेहरे प्रचार में उतरे
सपा ने फैजाबाद सीट से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है. पार्टी पीडीए को एकजुट रखने की कोशिश कर ही रही है, सामान्य वर्ग खासकर ब्राह्मणों को अपने पाले में करने के लिए भी तमाम दांव चल रही है. सपा उम्मीदवार की ओर से ब्राह्मण बाहुल्य गांवों में प्रचार की कमान तेजनारायण पाण्डेय पवन ने संभाल रखी है.
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पवन पाण्डेय के साथ ही कांग्रेस के ब्राह्मण चेहरे कमलासन पाण्डेय भी सक्रिय हो गए हैं. इन दो ब्राह्मण नेताओं की सक्रियता के साथ ही पार्टी ने चुनाव प्रचार के बीच मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के निवासी गायक विकास तिवारी को पार्टी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त कर भी ब्राह्मण कार्ड चल दिया है.
दोनों उम्मीदवारों के परिवार ने संभाली कमान
सपा उम्मीदवार अजीत प्रसाद की ओर से चुनाव प्रचार की कमान उनके सांसद पिता अवधेश प्रसाद ने संभाल रखी है. अवधेश प्रसाद ही सपा के उपचुनाव प्रभारी भी हैं. वहीं, अजीत के भाई अमित और परिवार की महिलाएं भी डोर-टू-डोर जनसंपर्क कर रही हैं. बीजेपी के टिकट पर मैदान में उतरे चंद्रभान प्रसाद के खेमे में भी कुछ ऐसी ही तस्वीर नजर आ रही है.
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चंद्रभान के पिता पूर्व प्रधान बाबा रामलखन ने मिल्कीपुर में ही डेरा डाल दिया है और गुजरात में साड़ी का व्यवसाय करने वाले उनके पांच भाई भी मिल्कीपुर पहुंच प्रचार में एक्टिव हो गए हैं. बीजेपी उम्मीदवार की पत्नी जिला पंचायत सदस्य कंचन पासवान भी महिलाओं के साथ घर-घर जाकर अपने पति के लिए समर्थन जुटा रही हैं.