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UP By Polls: मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट चर्चा में है. एक वजह यहां 20 नवंबर को होने वाला उपचुनाव है तो दूसरी वजह 'मटन युद्ध' है. दरअसल, बीते दिनों मझवां के करसड़ा स्थित बीजेपी सांसद विनोद कुमार बिंद के कार्यालय पर मटन पार्टी रखी गई थी. कथित तौर पर इस पार्टी में पीस (बोटी) की जगह तरी (ग्रेवी) परोसने पर बवाल हो गया. जिसके बाद जमकर लात-घूंसे और कुर्सियां चलीं. कुछ लोग चोटिल भी हो गए. अब इस इसको लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तंस कसा है. उन्होंने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे तो पता नहीं था यहां मटन युद्ध भी हुआ है, लेकिन यह इतिहास में दर्ज हो गया है.
आपको बता दें कि यूपी के भदोही से सांसद विनोद बिंद के कार्यालय में कथित तौर पर परोसे गए व्यंजन में मटन (गोश्त) के टुकड़े न मिलने पर तीखी नोकझोंक और लात-घूंसे चलने की खबर चर्चा में है. हालांकि, सांसद बिंद का कहना है कहा कि उनके कार्यालय में ऐसी कोई घटना नहीं हुई. वहीं, उपचुनाव के बीच इस कथित मटन पार्टी को समाजवादी पार्टी (सपा) ने आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया और निर्वाचन आयोग से शिकायत की.
'मटन युद्ध' इतिहास में दर्ज हो गया: अखिलेश
मझवां विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा- जैसे ही उनको (बीजेपी सरकार) पता लगा कि जनता उनका साथ नहीं दे रही, तो उन्होंने अधिकारियों, कर्मचारियों को आगे कर दिया. लेकिन अधिकारी और कर्मचारी मन ही मन जानते हैं कि अब भारतीय जनता पार्टी बच नहीं पाएगी.
अखिलेश ने आगे कहा कि कभी-कभी कुछ चीजें ऐसे ही फेमस हो जाती हैं, कार नहीं पता लगता, जैसे आपकी विधानसभा में हुआ. मुझे नहीं पता था कि यहां 'मटन युद्ध' भी हुआ है. वैसे तो हमने तरह-तरह के युद्ध सुने हैं, लेकिन ऐसा युद्ध पहले कभी नहीं सुना. अब ये 'मटन युद्ध' इतिहास में दर्ज हो गया.
गौरतलब हो कि मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बीजेपी और सपा के बीच सीधी टक्कर है. बीजेपी की सुचिस्मिता मौर्य के सामने सपा की डॉ. ज्योति बिंद चुनौती पेश कर रही हैं. वहीं, बसपा ने दीपक तिवारी को मैदान में उतारकर ब्राह्मण कार्ड खेला है.
मटन पार्टी में बवाल की कहानी
बताया जा रहा है कि मटन पार्टी में आसपास गांव के लगभग 250 लोग शामिल हुए. कार्यालय के अंदर जमीन पर बैठ कर लोग बकरे (मटन) की बोटी का आनंद ले रहे थे. सबकुछ सामान्य चल रहा था. लेकिन पार्टी में उस वक्त माहौल बदल गया, जब बीजेपी सांसद के ड्राइवर के भाई ने पार्टी में पहुंचे युवक को बोटी की जगह सिर्फ तरी (ग्रेवी) परोस दिया.
बस फिर क्या था, बोटी की जगह तरी यानी ग्रेवी मिलने पर युवक भड़क उठा. आरोप है कि उसने अपशब्द बोलते हुए आपत्ति जताई और जब परोसने वाले ने विरोध किया तो उसे जोरदार थप्पड़ जड़ दिया. इस घटना के बाद बवाल मच गया. देखते ही देखते सांसद जी के कार्यालय में चल रही पार्टी जंग का मैदान बन गई. दो पक्षों में जमकर लात-घूंसे चले. मारपीट देख पंगत में बैठे लोग अपने-अपने पत्तल लेकर भाग खड़े हुए.