scorecardresearch
 

जानिए कौन हैं मोहम्मद इस्लाम, जो 35 साल से कर रहे हैं Ramcharitmanas का पाठ

अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश में उत्सव का माहौल है. इसी बीच उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के मोहम्मद इस्लाम की दिल छू लेने वाली कहानी सामने आई है. वो 35 साल से रामचरित मानस का पाठ कर रहे हैं. विस्तार से पढ़िए मोहम्मद इस्लाम की कहानी उनकी जुबानी...

Advertisement
X
रामचरित मानस का पाठ करते मोहम्मद इस्लाम.
रामचरित मानस का पाठ करते मोहम्मद इस्लाम.

अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसको लेकर देश में उत्सव का माहौल है. इसके साथ ही रामभक्तों की दिल को छू लेने वाली कहानियां भी सामने आ रही हैं. इसी कड़ी में एक कहानी है उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के मोहम्मद इस्लाम की. उनकी रामभक्ति की काफी चर्चा हो रही है.

Advertisement

दरअसल, मोहम्मद इस्लाम मिर्जापुर के पहाड़ी ब्लॉक के धर्मदेवा गांव के रहने वाले हैं. वो भगवान राम की उपासना करते हुए रामचरित मानस का पाठ करते हैं. इसकी शुरुआत तब हुई जब वो गांव में अपने साथियों के साथ सुंदरकांड का पाठ करने जाते थे.

ये भी पढ़ें- 'जो राम मंदिर नहीं जा रहे...', प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल न होने वालों को रेसलर खली की सलाह
 

उनका कहना है, रामचरित मानस के पाठ में मन ऐसा रमा कि गांव में होने वाली रामलीला में लोगों ने रामचरित मानस का पाठ करने के लिए व्यास की भूमिका दे दी. इसके बाद तो लोग अपने घरों में मानस का पाठ करने और कीर्तन में बुलाने लगे. 35 साल से रामचरित मानस का पाठ कर रहा हूं.

'दिल्ली, मुम्बई और मध्य प्रदेश से बुलावा आता है'

Advertisement

इस्लाम अपने साथियों के साथ हिंदू परिवार के घरों में जाते हैं और रामचरित मानस का पाठ करते हैं. तीन दशक से पाठ करने के कारण अब उन्हें मानस पूरी तरह से कंठस्थ हो गई है. मानस पाठ करने के लिए उन्हें दिल्ली, मुम्बई और मध्य प्रदेश से भी बुलावा आता है. 

'भगवान का यह मंदिर बहुत पहले बन जाना चहिए था'

अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर वो बेहद उत्साहित हैं. मोहम्मद इस्लाम का कहना है कि भगवान का यह मंदिर बहुत पहले बन जाना चहिए था. 22 जनवरी के बाद भगवान के दर्शन करने अयोध्या जरूर जाएंगे.

Live TV

Advertisement
Advertisement