अखिलेश यादव सोमवार को कानपुर पहुंचे. कानपुर पहुंचकर अखिलेश ने बलवंत सिंह के परिजनों से मुलाकात की. बलवंत सिंह की मौत पुलिस कस्टडी में हुई थी. सोमवार को कानपुर से अखिलेश ने यूपी सरकार पर साधा निशाना. उन्होंने कहा देश में सबसे ज्यादा कस्डिटोयल मौत के मामले यूपी में है, सरकार पुलिस का राज चलाना चाहती है. अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये देने की घोषणा की है.
मृतक बलवंत सिंह के परिजनों ने अखिलेश यादव से न्याय दिलाने की मांग की है. परिवार ने कहा कि उन्हें न्याय अखिलेश यादव दिलवाएं. अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए सरकार को घेरते हुए कहा कि ये जो पुलिस का चेहरा बना है, वो योगी सरकार के राज में बना है. अखिलेश का कहना है कि मृतक बलवंत को तीन घंटे से ज्यादा पुलिस ने मारा. इस वजह से उनकी मौत हुई.
अखिलेश ने कहा- पुलिस दर्ज कर रही झूठे मुकदमे
अखिलेश ने कहा कि ये जो पुलिस ऐसी बनी है, वो सरकार के कहने पर बनी है. सरकार उत्तर प्रदेश मे पुलिस राज चाहती है, सबसे बड़ा सबाल ये बनता है कि पुलिस को इतनी बड़ी छूट किसने दी है. झूठे मुकदमे लिखवाकर जेल भेजा जा रहा है. साथ ही उन्होंने मृतक के परिजनों को 1 करोड़ की सहायता, पत्नी को सरकारी नौकरी और सीबीआई जांच होने की बात कही है.
अखिलेश विधानसभा में उठाएंगे बलवंत का मु्द्दा
अखिलेश ने बलवंत की मौत का मुद्दा विधानसभा में उठाने को कहा है. अखिलेश ने अपनी तरफ से हर संभव मदद की बात कही. मृतक की मां ममता देवी ने बताया कि उन्होंने अखिलेश यादव से न्याय दिलवाने की मांग की है. जिन्होंने मारा है, जिसने मरवाया है, वो जेल जाएं. बलवंत की मां ने कहा कि सरकार की तरफ से दी गई राशि नहीं चाहिए. उससे संतुष्ट नही हैं. पिता मुन्ना सिंह ने बताया कि अखिलेश से उन्होंने न्याय दिलाने की मांग की है.
पुलिस कस्टडी में गई बलवंत सिंह की जान
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में लूट के शक में उठाए गए व्यापारी बलवंत सिंह की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी. मृतक बलवंत सिंह के शरीर पर सिर से लेकर पैर तक 22 से ज्यादा चोट के निशान पाए गए. उसके शरीर का ऐसा कोई अंग नहीं था, जहां पर चोट के निशान नहीं पाए गए. हाथ बांधकर पीटने से कलाइयों में घाव के निशान मिले. दरअसल, 6 दिसंबर की रात में मृतक बलवंत सिंह के चाचा चंद्रभान सिंह के साथ बाइक सवार तीन बदमाशों ने आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर तमंचे के बल पर उनसे रुपए की लूट की थी.
चंद्रभान ने लूट का मुकदमा शिवली थाने में दर्ज कराया था. पुलिस उसकी जांच कर रही थी. जांच में पुलिस ने गांव के 3 लोगों को उठाया था. इनसे पूछताछ में पुलिस ने बलवंत का नाम सामने आने की जानकारी दी थी. इसके बाद बलवंत को पुलिस ने उठाया. पुलिस की तरफ से बताया गया था कि बलवंत जब खुद चलकर थाने आया तो उसके सीने में दर्द होने लगा, इसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.