उत्तर प्रदेश सरकार के एक सांसद ने अपने ही अधिकारियों पर सवाल खड़ा करते हुए उनसे जवाब तलब किया है. अकबरपुर लोकसभा से सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने जिले में करवाए गए इंवेस्टर समिति और कानपुर देहात महोत्सव कार्यक्रम में खर्चे, परमिशन और कार्यक्रम बैठक में खुद को न बुलाये जाने पर जिलाधिकारी से यह जवाब तलब किया है.
इस पर कानपुर देहात की जिलाधिकारी नेहा जैन ने बताया कि उनकी सांसद जी से बात हो गई है, उसका जवाब वो उन्हें दे देंगी. मामला कानपुर देहात जिले का है. सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने जिलाधिकारी नेहा जैन को एक लेटर लिखा है. इसमें सांसद ने डीएम से 18 बिंदुओं पर जवाब मांगा है.
लेटर में पूछे गए सवालों में से ये हैं कुछ प्रमुख सवाल
1 मार्च को भेजा गया था लेटर
इसी तरह के कुल 18 सवालों के जवाब लेटर भेजकर सासंद ने डीएम नेहा जैन से मांगे हैं. यह लेटर 1 मार्च 2023 को उनके द्वारा कानपुर देहात जिलाधिकारी नेहा जैन को भेजा गया है. इस मामले में जब सांसद से बात की गई, तो उन्होंने दिल्ली में होने की बात कही. उन्होंने कहा कि वापस आकर के इस पूरे मामले की जानकारी देंगे.
डीएम बोलीं- सांसद से हो गई बात
इस मामले में जिलाधिकारी नेहा जैन ने बताया कि जनपद कानपुर देहात में 6 से 12 फरवरी के बीच में महोत्सव का कार्यक्रम किया गया था. कानपुर देहात की जनता ने इस कार्यक्रम को काफी पसंद किया. स्थानीय लोगों और यहां के उद्योगपतियों ने साथ आकर जन सहयोग से इस कार्यक्रम को कराया है.
आप सभी लोगों ने और कई जनप्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया है. इसमें सरकारी योजनाओं के साथ-साथ उन योजनाओं को भी बताया गया, जो जनता के लिए की गई हैं. इस कार्यक्रम में किसी व्यस्तता के कारण कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति नहीं थी, जिस पर उन्होंने सवाल जवाब किए हैं.
इस प्रकरण में उनसे बात की गई है. वहीं, जिलाधिकारी ने बताया कि सांसद जी ने लिखा है कि उनको निमंत्रण प्राप्त हुआ 4 तारीख को. आचार संहिता थी, इस कारण से हम लोग माननीय के साथ कोई बैठक नहीं कर पाए थे. मंशा यही थी कि जनप्रतिनिधियों को जनता को लेकर लेकर चलने की शासन की मंशा है, जो सांसद जी ने अपने पत्र में भी लिखी है.