उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में हार्ट अटैक से मौत के बाद उसके परिवार ने सरकार और जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे. अंसारी के परिवार का आरोप था कि मुख्तार अंसारी को जेल में जहर देकर मारा गया है. जिसके बाद इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच चल रही थी. लेकिन मुख्तार अंसारी के परिवार में से कोई भी मजिस्ट्रियल जांच में बयान देने नहीं आया है. मुख्तार के परिवार के किसी भी सदस्य ने जांच कमेटी के सामने मुख्तार की मौत को लेकर अपने बयान दर्ज नहीं करवाए हैं.
हैरान करने वाली बात ये है कि मुख्तार अंसारी का परिवार लगातार मुख्तार की मौत को लेकर कई तरह के दावे करता है और सरकार-जेल प्रशासन पर बड़े-बड़े आरोप लगाता है. लेकिन जब मजिस्ट्रियल जांच टीम ने अंसारी परिवार के सदस्यों को उनके इस मामले पर बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया, तो परिवार का कोई भी सदस्य बयान दर्ज करवाने के लिए नहीं आया. बता दें कि मजिस्ट्रियल जांच कमेटी के सामने बयान दर्ज करवाने की आखिरी तारीख 15 अप्रैल थी.
मुख्तार के परिवार ने जांच कमेटी के सामने नहीं दिए बयान
न्यायिक और मजिस्ट्रेटियल जांच में सिविल जज और ADM राजेश कुमार ने मुख्तार की बैरक खुलवाकर मिले सामान का सैम्पल कलेक्ट कर उसे जांच के लिए भेज दिए हैं. इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दी जाएगी. लेकिन अब तक परिजन भी उसका जेल में रखा सामान लेने नहीं आए हैं.
अस्पताल में हार्ट अटैक से मुख्तार अंसारी की मौत हुई थी
मुख्तार अंसारी की जेल में तबियत खराब हो गई थी. इसके बाद मुख्तार को जेल प्रशासन द्वारा बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था. वहां डॉक्टरों की टीम ने मुख्तार अंसारी को बचाने की काफी कोशिश की. मगर हार्ट अटैक की वजह से उसकी मौत हो गई. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी मौत का कारण हार्ट अटैक ही सामने आया था. दूसरी तरफ मुख्तार के परिवार ने जेल में मुख्तार अंसारी को जहर दिए जाने के आरोप लगाए थे.