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'स्लो पॉइजन दिया गया...', Mukhtar Ansari का आरोप, जानिए जेल अधिकारी ने क्या कहा

बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) चर्चित एंबुलेंस मामले की पेशी में नहीं पहुंचा. माफिया की तरफ से कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया गया कि खाने में उसे स्लो पॉइजन दिया गया है. इससे उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है. इस मामले में जेल अधीक्षक ने प्रतिक्रिया दी है.

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माफिया मुख्तार अंसारी. (फाइल फोटो)
माफिया मुख्तार अंसारी. (फाइल फोटो)

यूपी की बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी बीमार चल रहा है. इस वजह से चर्चित एंबुलेंस मामले की पेशी में नहीं पहुंचा और कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर गंभीर आरोप लगाया है. उसका कहना है कि खाने में उसे धीमा जहर दे दिया गया है. इससे तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है. इस पर कोर्ट ने जेल प्रशासन को उपचार के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए हैं. 

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कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को मुख्तार अंसारी के चेकअप के लिए दो डॉक्टरों के पैनल की टीम मंडल कारागार पहुंची. इसमें एक फिजिशियन और एक ऑर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट डॉक्टर थे. टीम ने चेकअप के बाद ब्लड टेस्ट कराया. रिपोर्ट आने पर कब्ज और दर्द की कुछ दवाइयां भी दी हैं. 

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डॉक्टरों ने जेल प्रशासन को बताया कि रोजा रहने के कारण ऐसा हो रहा है. भूख बाद अचानक ओवरफीडिंग की वजह से मुख्तार को दिक्कत हो रही है. फिलहाल, उसका इलाज किया जा रहा है. जेल प्रशासन द्वारा मुख्तार अंसारी की मेडिकल रिपोर्ट कोर्ट को भेजी जाएगी. 

banda jail

इस मामले में जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने 'आजतक' को बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद मुख्तार का चेकअप कराया गया है. रिपोर्ट के आधार पर दवाइयां दी गई हैं. फिलहाल जेल मैनुअल के आधार पर ट्रीटमेंट किया गया है. इसकी रिपोर्ट कोर्ट को भेजी जाएगी. 

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वहीं मुख्तार के खाने में स्लो पॉइजन देने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पहले एक सिपाही, फिर डिप्टी जेलर खाता है, इसके बाद उसको खाना दिया जाता है. जेल के 900 बंदी भी यही खाना खाते हैं. आरोप बेबुनियाद हैं. सुरक्षा व्यवस्था की बात करें तो CCTV के साथ-साथ सिविल और PAC का कड़ा पहरा है. मैं खुद निगरानी करता हूं.

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