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सवालों के घेरे में Mukhtar Ansari की मौत, Banda Jail प्रशासन पर FIR की मांग, कोर्ट में दी गई अर्जी

बाराबंकी कोर्ट में मुख्तार अंसारी के वकील ने एफआईआर दर्ज करने की तहरीर दी है, जिसमें लिखा है कि 'मृत्युकालीन कथन' के आधार पर जेल प्रशासन पर मुकदमा दर्ज किया जाए. 

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मुख्तार अंसारी (फ़ाइल फोटो)
मुख्तार अंसारी (फ़ाइल फोटो)

बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में परिवार के लोग सवाल उठा रहे हैं. मुख्तार के बेटे और भाई का आरोप है कि उसे 'स्लो पॉइजन' दिया गया है. इस बीच बाराबंकी कोर्ट में बांदा जेल प्रशासन पर एफआईआर करवाने के लिए तहरीर दी गई है. बाराबंकी कोर्ट में मुख्तार के वकील ने एफआईआर दर्ज करने की तहरीर दी है, जिसमें लिखा है कि 'मृत्युकालीन कथन' के आधार पर जेल प्रशासन पर मुकदमा दर्ज किया जाए. 

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बता दें कि आज (29 मार्च) बाराबंकी की एमपी– एमएलए कोर्ट नंबर 4 में मुख्तार अंसारी की पेशी थी. इस दौरान बांदा जेल अधीक्षक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में हाजिर हुए. सुनवाई में उन्होंने बताया कि कल रात 9:50 पर बंदी मुख्तार अंसारी की मृत्यु हो गई. जिस पर जज कमलकांत श्रीवास्तव ने अगली तारीख 4 अप्रैल लगवाते हुए रिपोर्ट तलब की है. 

मुख्तार के वकील ने दी तहरीर

मुख्तार के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि एमपी– एमएलए कोर्ट में जज के समक्ष दिए गए प्रार्थना पत्र को 'मृत्युकालीन कथन' मान कर मुकदमा दर्ज करने की अर्जी दी गई है. जिसपर जज ने फैसले को रिजर्व करते हुए अगली तारीख 4 अप्रैल लगा दी है. 

ये भी पढ़ें- 'जिंदगी और मौत का मालिक अल्लाह...', मुख्तार के बेटे उमर अंसारी का बयान, पोस्टमार्टम को लेकर कही ये बात

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दिए गए प्रार्थना पत्र में लिखा है- 21 मार्च को प्रार्थी मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में अर्जी दी थी कि उसे 19 मार्च को खाने में 'स्लो पॉइजन' दिया गया . जिसके बाद बीते दिन रहस्मयी स्थिति में मुख्तार अंसारी की मौत हो गई. उस प्रार्थना पत्र को प्रार्थी का 'मृत्युकालीन कथन' मान कर मुकदमा दर्ज करने की कृपा करें. 

बांदा जेल का सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखा जाए 

प्रार्थना पत्र में यह मांग की गई कि बांदा जेल का सीसीटीवी फुटेज, डीवीआर, अधिकारियों के एंट्री का रजिस्टर्ड, फोटोग्राफ आदि संरक्षित किए जाएं, ताकि सच्चाई सामने आ सके. मृतक के परिजनों को आशंका है कि मुख्तार की मौत में कुछ गड़बड़ है. 

उपरोक्त प्रार्थना पत्र मुख्तार अंसारी की तरफ से उसके वकील रणधीर सिंह सुमन ने कोर्ट में दिया है. जिसपर जज ने अगली तारीख दी है. फिलहाल, माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत पर जिला प्रशासन द्वारा ज्यूडिशियल इंक्वायरी बैठाई गई है. तीन सदस्यीय टीम ये जांच करेगी.  

कल रात हुई थी मुख्तार की मौत

बता दें कि मुख्तार की गुरुवार रात को मौत हो गई. बांदा जेल में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई थी. इसके बाद उसको बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए ले जाया गया था. यहां इलाज के दौरान अंसारी की मौत हो गई. मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट  बताया गया है. अब मुख्तार की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और तमाम जिलों में पुलिस का पहरा बढ़ गया है. यूपी पुलिस ने मऊ और बांदा समेत कई जिलों में फ्लैग मार्च किया है.

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इससे पहले जब 26 मार्च को मुख्तार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर ने बताया था कि उसे पेट दर्द, पेशाब और मल त्यागने में समस्या थी. उस दिन मुख्तार को सुबह करीब पौने चार बजे भर्ती कराया गया था और शाम करीब 6 बजे डिस्चार्ज किया गया. लेकिन इसके दो दिन बाद जब मुख्तार की तबीयत बिगड़ी तो उसे नहीं बचाया जा सका. 

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