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मुख्तार अंसारी की मौत पर छलके खुशी के आंसू, जानिए क्यों खुश हैं ठेकेदार मुन्ना सिंह के परिजन

साल 2009 में मऊ के ठेकेदार मन्ना सिंह की दिनदहाड़े करीब आधा दर्जन हमलावरों ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड के बाद मन्ना सिंह के परिजनों ने जेल में बंद मुख्तार अंसारी समेत कई लोगों के खिलाफ हत्या करने और हत्या का षड्यंत्र रचने के मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी. इस हत्याकांड में मन्ना सिंह के बेहद करीबी रहे राम सिंह मौर्य गवाह थे.

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मुख्तार अंसारी की फाइल फोटो.
मुख्तार अंसारी की फाइल फोटो.

पूर्व विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी अब इस दुनिया में नहीं है. गुरुवार को यूपी की बांदा जेल में बंद मुख्तार की तबीयत बिगड़ जाने के बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान हार्ट अटैक हो जाने से उनकी मौत हो गई. मुख्तार अंसारी की मौत की खबर सुनने के बाद मऊ के मन्ना सिंह के परिवार के लोगों की आंखों में खुशी के आंसू छलक उठे.

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जानकारी के मुताबिक, साल 2009 में मऊ के ठेकेदार मन्ना सिंह की दिनदहाड़े करीब आधा दर्जन हमलावरों ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड के बाद मन्ना सिंह के परिजनों ने जेल में बंद मुख्तार अंसारी समेत कई लोगों के खिलाफ हत्या करने और हत्या का षड्यंत्र रचने के मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी. 

ये भी पढ़ें- 9 साल पहले बिहार के ‘लंबू’ को 6 करोड़ में दी गई थी मुख्तार की सुपारी, बम से उड़ाने का था प्लान, लेकिन…  

'मन्ना सिंह हत्याकांड के गवाह और गनर की हत्या'

इस हत्याकांड में मन्ना सिंह के बेहद करीबी रहे राम सिंह मौर्य गवाह थे. जिसके कारण उनका सरकारी सुरक्षा के तहत गनर मुहैया कराया गया था. लेकिन इस हत्याकांड के करीब डेढ़ साल बाद ही मौके थाना दक्षिण टोला क्षेत्र के पुराने एआरटीओ कार्यालय के सामने राम सिंह मौर्य और उनके सरकारी गनर सतीश सिंह की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई.

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ठेकेदार मन्ना सिंह की फाइल फोटो.
ठेकेदार मन्ना सिंह की फाइल फोटो.

'मन्ना सिंह के हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी पर'

इसके बाद से ही लगातार यह परिवार मन्ना सिंह के हत्यारे मुख्तार अंसारी समेत सभी आरोपियों को सजा दिलाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. इनको यह कानूनी लड़ाई लड़ते-लड़ते करीब 14 वर्ष से ज्यादा का समय लग गया, लेकिन अभी तक इन्हें न्याय नहीं मिला. वहीं, मुख्तार की मौत के बाद मन्ना सिंह की विधवा पत्नी और बेटे ने 'आजतक' से खास बातचीत की.

'खास बातचीत में मन्ना सिंह की पत्नी ने कही ये बात'

मन्ना सिंह की विधवा पत्नी ने बताया कि हमारे पति ठेकेदारी में लगातार आगे बढ़ रहे थे. लेकिन मुख्तार अंसारी को यह स्वीकार नहीं था और वह लगातार हमारे पति के ऊपर काम नहीं करने और कमीशन और गुंडा टैक्स देने का दबाव बना रहा था. लेकिन वह उसके दबाव के आगे नहीं झुके और अंत में उसने जेल में बंद रहने के दौरान ही एक बड़ी साजिश रच कर मन्ना सिंह की हत्या करवा दी.

मन्ना सिंह की पत्नी और बेटे.
मन्ना सिंह की पत्नी और बेटे.

'2009 में हुई मन्ना सिंह हत्याकांड से पूरा इलाका कांप उठा'

बता दें कि मऊ जनपद के थाना कोतवाली क्षेत्र के गाजीपुर तिराहे पर 2009 में हुई दिनदहाड़े हुई मन्ना सिंह हत्याकांड से पूरा इलाका कांप उठा था. माफिया डॉन मुख्तार अंसारी ने इस हत्याकांड को अंजाम दिलवा कर एक बार फिर से अपने आतंक की पैठ को और मजबूत करने का काम किया था.

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