जेल में बंद माफिया डॉन और पूर्व मऊ विधायक मुख्तार अंसारी और उसके परिवार की मुश्किलें कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है. तमाम कानूनी कार्यवाहियों के बावजूद अंसारी और उसके गैंग आईएस 191 से जुड़े राज पुलिस के हाथ लग रहे हैं. ताजा मामला अंसारी के वाराणसी से जुड़े एक बैंक खाते से जुड़ा है, जिसमें 2.35 करोड़ रुपये की रकम डिपॉजिट कराई गई थी, जिसे सीज कर लिया गया है.
गाजीपुर पुलिस ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि जांच के दौरान मुख्तार अंसारी के को-पार्टनर्स का पता चला है जो साथ मिलकर धंधा करते थे. पुलिस ने बताया कि आईएस गैंग-191 की आफसा अंसारी, अनवर शहजाद और सरजील उर्फ आतिफ रजा द्वारा चलाई जा रही कंपनियों से खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए थे.
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इन कंपनियों से ट्रांसफर किए गए पैसे
गाजीपुर पुलिस के मुताबिक, आगाज इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट लिमिटेड, ग्लोराइज लैण्ड डेवलपर, इन जियो नेटवर्क सल्यूशन, कुसुम विजन इंफ्रा प्रोजेक्ट और मेसर्स विकास कंसट्रक्शन नाम की कंपनियों के अलग-अलग खाते से स्पेक्ट्रम इंफ्रा सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर किए गए थे. खाता बैंक ऑफ बड़ौदा के वाराणसी स्थित लंका ब्रांच का बताया जा रहा है, जिसमें 2 करोड़ 35 लाख 13 हजार 803 रुपये की रकम भेजी गई थी.
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मुख्तार अंसारी की पत्नी की गहनता से चल रही जांच
पुलिस ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि इस रकम के ट्रांसफर होने का पता चलने पर बैंक खाते को सीज कर दिया गया है. गाजीपुर एसपी ओमवीर सिंह ने बताया है कि गैंग सरगना मुख्तार अंसारी की फरार पत्नी आफसा अंसारी की गहनता से जांच की जा रही है. उसमें कुछ कंपनियों का पता चला है, जिसके खातों में जो रकम आई और गई है. फिलहाल कोई ब्योरा नहीं पता चला है, जिससे ये अपराध कर कमाया हुआ प्रतीत हो रहा है.