उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद बाहुबली मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ गई थी. पिछले कई सालों से मुख्तार अंसारी जेल में बंद है और हाल में ही उनके विधायक बेटे अब्बास अंसारी को सलाखों के पीछे भेजा गया था. मुख्तार फैमिली की तीसरी सदस्य को भी जेल भेज दिया गया है. अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत को पुलिस ने चित्रकूट जेल में रखा है.
बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में रखा गया है, जबकि बेटे अब्बास अंसारी को कल ही कासगंज जेल में शिफ्ट किया गया था. इसके अलावा मुख्तार अंसारी की बहू और अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत को चित्रकूट जेल में रखा गया है. निकहत ने अब्बास अंसारी से जेल में सीक्रेट मीटिंग की थी, जिसके बाद निकहत को गिरफ्तार कर लिया गया था.
बांदा जेल में मुख्तार अंसारी, हर तरफ निगरानी
बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी कई महीनों से बांदा जेल में बंद हैं. अब्बास और निकहत की सीक्रेट मुलाकात के बाद बांदा जेल की सुरक्षा को और दुरुस्त करने के लिए जेल प्रशासन ने शासन से दो दर्जन से ज्यादा कैमरों की मांग की है. जेलर का कहना है पहले भी कड़ी निगरानी रखी जा रही थी, अब और विशेष तौर पर निगरानी की जा रही है.
मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ जेल से करीब 2 साल पूर्व बांदा मंडल कारागार लाया गया था. तब से मुख्तार अंसारी यही कैद है. मुख्तार के तन्हाई बैरक से लगाकर पूरे जेल कैम्पस में सुरक्षा का कड़ा पहरा है. जेल प्रशासन के मुताबिक, जेल कैम्पस का केंद्रीय और राज्य की जांच और गोपनीय एजेंसियों द्वारा निगरानी रखी जा रही है.
तन्हाई बैरक के आसपास दो दर्जन से ज्यादा कई घेरों में सुरक्षा व्यवस्था तैनात है, जो बॉडी कैम से भी लैस हैं। वहीं पूरे जेल कैम्पस में डेढ़ सौ से आसपास सुरक्षा कर्मी नजर रख रहे हैं. बाहर पीएसी के जवान सुरक्षा में तैनात हैं. जेल में आने-जाने वाले लोगों पर लगातार नजर रखी जा रही है, मुलाकाती पर भी विशेष नजर है.
चित्रकूट से अब्बास अंसारी को भेजा गया कासगंज जेल
पत्नी निकहत के साथ जेल में ऐशो-आराम फरमाते हुए पकड़े जाने पर अब्बास अंसारी को कासगंज जेल में शिफ्ट किया गया है. दरअसल, चित्रकूट जेल प्रशासन ने अब्बास अंसारी और उनकी पत्नी निकहत बानो की जेल में अनाधिकृत रूप से मुलाकात हो रही थी. इसकी भनक जैसे ही प्रशासन को लगी तो अब्बास अंसारी को चित्रकूट जेल से कासगंज भेजा गया.
कासगंज में अब्बास अंसारी को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा जायेगा. अब्बास अंसारी, मऊ सदर सीट से विधायक हैं और वह मनी लांड्रिंग केस में चित्रकूट की जेल में निरुद्ध थे, लेकिन जैसे ही निकहत बानो और अब्बास अंसारी को अनाधिकृत रूप से जेल में मिलने की सूचना मिली तो अब्बास अंसारी की जेल बदल दी गई है.
चित्रकूट जेल में ही रखी गई है निकहत बानो
अब्बास अंसारी को कासगंज जेल में शिफ्ट किया गया है, जबकि उनकी पत्नी निकहत बानो को चित्रकूट जेल में रखा गया है. निकहत बानो की गिरफ्तारी उस वक्त हुई, जब लखनऊ में एक बड़े पुलिस अफसर को मुखबिर ने सूचना दी थी कि अब्बास की पत्नी निकहतत बानो अपने ड्राइवर नियाज के साथ पिछले कई दिनों से हर रोज लगभग 11 बजे सुबह में जेल आती हैं और 3-4 घंटे अंदर बिताकर वापस चली जाती हैं.
यह खबर चित्रकूट के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को दी गई. डीएम और एसपी ने सादे कपड़ों में अचानक जेल का दौरा किया तो अब्बास अपनी बैरक में नहीं मिले थे, जबकि निकहत बानो जेलर के बगल वाले कमरे में मिली थी. उसके पास से पुलिस ने मोबाइल फोन और कुछ पैसे बरामद किए थे. निकहत को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया था.
(बांदा से सिद्धार्थ गुप्ता और कासगंज से आर्येंद्र की रिपोर्ट के साथ)