एक जमाना था जब देश विदेशों में बाहुबली मुख्तार अंसारी के नाम की तूती बोलती थी, लेकिन अब उसकी बादशाहत मिट्टी में मिलनी शुरू हो गई है. जानकारी के मुताबिक बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी एक- एक रात मुश्किल से कट रही है. मुख्तार मुकदमों और परिवार की टेंशन में बेचैनी से जेल में अपने दिन काट रहा है, जेल में न वो किसी से बात करता है, न कुछ और. बस एक कौने पड़ा लेटा करवटें बदलता रहता है. सुबह 5 बजे सोता है, दिन में 11 बजे जागता है. बताया जा रहा है कि वो सिर्फ पेशी के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग से जज के सामने गिड़गिड़ाता है.
जेल सूत्रों के मुताबिक बैरक में मुख्तार अंसारी तन्हाइयों में अपना एक- एक पल काटने को मजबूर है, एक तरफ उसे आने वाले मुकदमों में फैसले की चिंता सता रही है तो दूसरी तरफ परिवार की. काफी दिनों से उसका कोई अपना भी जेल में मिलने नहीं आया है. जिसकी वजह से वो काफी परेशान है, बस बेचैनी से दिन रात करवटें बदल रहा है. जेल में न किसी से बात करता है, न कोई डिमांड करता है, बस चेहरे में चिंता लिए बैरक में टहलता नजर आता है.
जेल में बड़ी बेचैनी के साथ अपने दिन काट रहा है मुख्तार अंसारी
बता दें पंजाब की रोपड़ जेल से अप्रैल 2021 में मुख्तार को बांदा जेल लाया गया था. जिसके बाद से मुख्तार अंसारी इसी जेल में बंद है. मुख्तार को पेशी में जाने के बाद खुद के साथ अनहोनी का डर सता रहा है. जिस कारण वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी कराने की गुहार भी लगाता है. बताया जा रहा है कि इन दिनों वो आगामी मुकदमों गाजीपुर, बाराबंकी और बनारस के कोर्ट की तैयारियो में जुटा हुआ है. उम्मीद है कि इसी हफ्ते कम से कम दो कोर्ट में चल रहे मुकदमो में फैसला आ सकता है, जिसको लेकर वह दिन रात सोचता रहा है.
मुख्तार अंसारी को आने वाले मुकदमों की टेंशन हो रही है
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने आजतक को बताया कि अगले कुछ दिनों में गाजीपुर, बाराबंकी और बनारस कोर्ट में चल रहे मामलों में फैसला आने की उम्मीद है, जिसे लेकर मुख्तार परेशान सा दिखता है. कोर्ट के आदेश के बाद उसकी पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराई जाती है. इन दिनों मुकदमों में परेशान है, उसकी दिनचर्या भी बदली हुई है. वह सुबह 5 बजे सोता है और सुबह 11 बजे जगता है.
जेल में उसकी सुरक्षा का खास ख्याल रखा जा रहा है
दिनभर टहलता रहता है, टेंशन में पड़ा रहता है. सुरक्षा की दृष्टि से मुख्य गेट से लगाकर अंदर गेट में सुरक्षा व्यवस्था के पर्याप्त व्यवस्था है, CCTV के साथ हर आने जाने पर विशेष नजर है. उसकी सुरक्षा में बॉडी कैम से लैश जवान तैनात हैं. पूरे जेल कैंपस में पुलिस, सिविल पुलिस के साथ PAC के जवान तैनात हैं, मैं खुद निगरानी करता हूं. बाकी जेल मैनुअल के मुताबिक सभी बंदियों को व्यवस्थाएं उपलब्ध होती हैं.