उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण (मरणोपरांत) से सम्मानित करने का ऐलान किया गया है. इस ऐलान के साथ ही अब मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न देने की मांग उठने लगी है. समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद और मुलायम की बड़ी बहू डिंपल यादव ने भारत रत्न देने की मांग की, जबकि छोटी बहू और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता अपर्णा यादव ने कहा कि जो मिल गया, उसे स्वीकार करना चाहिए सवाल नहीं.
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जब पद्म पुरस्कारों का ऐलान हुआ तो एक नाम ने सबको चौंका दिया. यह नाम है स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव का. उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री, देश के रक्षा मंत्री, प्रख्यात समाजवादी और धरतीपुत्र के नाम से विख्यात मुलायम सिंह यादव को मोदी सरकार ने पद्म विभूषण सम्मान से नवाजने का ऐलान किया. इसके बाद समाजवादी पार्टी (सपा) ने 'नेताजी' को भारत रत्न देने की मांग शुरू कर दी.
मैनपुरी से सपा सांसद और मुलायम सिंह यादव की बड़ी बहू डिंपल यादव ने सरकार से 'नेताजी' को भारत रत्न देने की मांग की. उन्होंने कहा कि जिस तरह नेताजी का कद था, उससे उन्हें पहले ही भारत रत्न मिल जाना चाहिए था. मेरा सरकार से अनुरोध है कि नेताजी को भारत रत्न मिले. वहीं, मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई और सपा नेता शिवपाल यादव ने भी एक सवाल के जवाब में कहा कि पार्टी कार्यकर्ता और नेता चाहते हैं कि नेताजी को भारत रत्न मिले.
डिंपल को अपर्णा का जवाब
इस पर मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और बीजेपी नेता अपर्णा यादव ने कहा, 'इन बातों से ज्यादा पुरस्कार को एक्सेप्ट करना चाहिए, नेताजी हमेशा कहते थे कि जो भी चीज सम्मान से मिले उसे स्वीकार करें, जो मिल गया है उसे खुशी से स्वीकारा जाना चाहिए ना कि इस तरीके के सवाल उठाना चाहिए है.'
'केंद्र ने नेताजी का मजाक उड़ाया'
वहीं, सपा नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्र सरकार पर मुलायम सिंह यादव को सम्मान न देने के आरोप लगाया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करके कहा, 'भारत सरकार ने नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार देकर, नेताजी के व्यक्तित्व, कृतित्व एवं राष्ट्र के प्रति किये गये योगदान का उपहास उड़ाया है. यदि नेताजी को सम्मान देना ही था तो भारत रत्न के सम्मान से सम्मानित करना चाहिए था.'
मुलायम के जरिए यादव बिरादरी पर बीजेपी की नजर
मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण सम्मान देने के पीछे बीजेपी ने एक सियासी संदेश देने का काम किया है. मुलायम सिंह की सियासी विरासत पर बीजेपी की भी नजर है और 2024 के चुनाव में यादव वोट बैंक भी बीजेपी के लिए अहम है. मुलायम सिंह यादव जो कि बीजेपी के सबसे बड़े धुर विरोधी सियासतदां रहे हैं, और जिस मुलायम सिंह यादव के अंध विरोध में बीजेपी फली फूली उसी केंद्र की बीजेपी सरकार ने मुलायम सिंह यादव को देश के उच्चतर नागरिक सम्मान से नवाजा है.
दरअसल, मुलायम सिंह यादव के निधन को अभी कुछ महीने ही गुजरे हैं और केंद्र सरकार ने सबसे बड़ा नागरिक सम्मान मुलायम सिंह यादव को दिया. केंद्र सरकार का ये वो मास्टर स्ट्रोक है जिसकी भनक अखिलेश यादव को भी नहीं रही होगी, देर रात तक अखिलेश यादव का कोई ट्वीट या कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई थी. हालांकि सपा के कई नेताओं ने मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न देने की मांग उठा दी है.