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'सरस्वती को मैंने नहीं मारा, उसने आत्महत्या की... डरकर किए टुकड़े', लिव-इन पार्टनर मर्डर के आरोपी का दावा

लिव-इन पार्टनर की हत्या के आरोपी मनोज साने ने अपना बयान बदल दिया है. मनोज साने ने पुलिस को बताया कि सरस्वती ने 3 जून को जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी, वह बहुत डर गया और उसने सोचा कि पुलिस सहित हर कोई सोचेगा कि उसने हत्या की है, इस वजह से लाश को ठिकाने लगा रहा था. हालांकि पुलिस उसके दावे पर भरोसा नहीं कर रही है.

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मनोज साने पर सरस्वती की हत्या का आरोप
मनोज साने पर सरस्वती की हत्या का आरोप

मुंबई में एक सनसनीखेज हत्याकांड सामने आया, जिसने शायद दरिंदगी की सारी हदें पार दीं. कत्ल का आरोप उसके लिव इन पार्टनर पर लगा है. पार्टनर का नाम मनोज साने है. जानकारी के मुताबिक, आरोपी पार्टनर ने बड़ी बेरहमी से पेड़ काटने वाले कटर से महिला के टुकड़े-टुकड़े कर दिए, फिर लाश को ठिकाने लगाने की कोशिश की.

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हालांकि, आरोपी मनोज साने इन आरोपों से इनकार कर रहा है. पूछताछ के दौरान आरोपी मनोज साने पुलिस को बता रहा है कि उसने सरस्वती वैद्य (उम्र 32) की हत्या नहीं की. मनोज साने ने पुलिस को बताया कि सरस्वती ने 3 जून को जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी, वह बहुत डर गया और उसने सोचा कि पुलिस सहित हर कोई सोचेगा कि उसने हत्या की है.

सरस्वती के मुंह से निकल रहा था झाग

आरोपी मनोज साने के मुताबिक, आत्महत्या को छिपाने के लिए वह शव को ठिकाने लगाने. मनोज ने पुलिस को बताया कि तीन जून को जब वह घर पहुंचा तो उसने सरस्वती को जमीन पर पड़ा देखा और उसके मुंह से सफेद झाग निकल रहा था. मनोज ने उसके दिल की धड़कन की जांच की और पाया कि वह पहले ही मर चुकी थी.

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मनोज ने पुलिस को बताया कि इसके बाद वह बहुत डर गया और उसने सोचा कि सब कुछ उसके ऊपर आ जाएगा, इसलिए उसने शव को ठिकाने लगाने का फैसला किया. मनोज ने आगे पुलिस को बताया कि उसने पहले शरीर के अंगों को कटर से काटा और बाद में सभी अंगों को प्रेशर कुकर में उबाला ताकि मांस और हड्डियां अलग हो जाएं.

मनोज साने ने कहा कि शरीर के कुछ अंगों को वह पहले ही फेंक चुका है. सबसे अहम बात है कि मनोज को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है. मनोज साने ने पुलिस को बताया कि शव को ठिकाने लगाने के बाद वह आत्महत्या करने की योजना बना रहा था. मनोज ने पुलिस को बताया कि उसे अपने किए पर जरा भी पछतावा नहीं है.

मनोज के बयान पर पुलिस का क्या कहना है?

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मनोज के बयान के बाद अब वह इस एंगल से भी जांच करेंगे, बरामद शरीर के सभी अंगों को पोस्टमॉर्टम के लिए जेजे अस्पताल भेज दिया गया है, पीएम में चीजें और साफ होंगी. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे आरोपी मनोज साने द्वारा किए गए दावों से सहमत नहीं हैं.

पुलिस के आला सूत्रों ने बताया कि मनोज बहुत शातिर अपराधी है, वह पुलिस की जांच में सहयोग नहीं कर रहा है, वह कई बार अपने ही बयानों को बदल चुका है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उनके दावों को भी सत्यापित करना बहुत मुश्किल है क्योंकि दंपति का कोई दोस्त और रिश्तेदार नहीं था... कोई दूसरा गवाह भी नहीं है.

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पुलिस ने बताया कि कुछ तथ्यों की पुष्टि करना मुश्किल होगा, आरोपी मनोज साने कई झूठे बयान भी दे रहा है, पुलिस बिना जांच पड़ताल या बिना सबूत के उसकी कहानी पर विश्वास नहीं कर रही है.

क्या है पूरा मामला

बुधवार की शाम मीरा रोड पर मौजूद गीता आकाश दीप सोसाइटी में अचानक पुलिस की टीम पहुंची और सीधे उस फ्लेट का रुख किया, जहां से बदबू बाहर आने की खबर उस तक पहुंची थी. पुलिस को इस फ्लैट से एक महिला की लाश मिली. महिला की पहचान सरस्वती वैद्य के तौर पर हुई. पुलिस को महिला की लाश कई टुकड़ों में बंटी मिली.

पुलिस को एक पेड़ काटने वाला कटर मिला. मौके से 56 साल का आरोपी मनोज साने गिरफ्तार कर लिया गया. शुरुआती पूछताछ में उसने लिव इन पार्टनर सरस्वती की हत्या का गुनाह कबूल किया. उसके मुताबिक, शव को काटने के लिए बाजार से पेड़ काटने वाली मशीन लाया था और तीन दिनों तक घर में लिव इन पार्टनर के टुकड़े करता रहा.

आरोपी मनोज ने 32 साल की लिव इन पार्टनर के शव के 100 टुकड़े किए. शव से बदबू न आए इसलिए मिक्सर में पीसकर कुकर में उबाला. बताया जा रहा है कि आरोपी ने शव टुकड़े कुत्तों को भी खिलाए. फिलहाल पुलिस ने शव के टुकड़ों को इकठ्ठा कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है और फ्लैट नंबर 704 को सील कर दिया है.

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