उत्तर प्रदेश के कौशांबी कोर्ट में जज के सामने सरेंडर करने पहुंचे हत्या के आरोपी को पुलिस ने कोर्ट रूम से हिरासत में ले लिया और थाना लेकर चली गई. इस घटना को लेकर वकीलों ने कोर्ट में जमकर हंगामा किया. फिर वकीलों ने इसकी शिकायत एसपी से की, तो एसपी ने एसएचओ महेश चंद्र को लाइन हाजिर कर दिया. वहीं, एसपी ने मामले की जांच सीओ को सौंप दी है.
दरअसल, कौशांबी थाना क्षेत्र के बरंबारी गांव में 17 फरवरी की रात खेत की रखवाली कर रहे शिवकुमार की निर्मम हत्या कर दी गई थी. मृतक की पत्नी सुंदर कली ने गांव के ही संपत पासी और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी. जांच के दौरान पुलिस ने कोतवाली के रहने वाला ज्ञानचंद सरोज का नाम सामने आते ही आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया.
आरोपी सरेंडर करने पहुंचा था कोर्ट
तब से आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था. पुलिस ने शिकंजा कसते हुए उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की थी. पुलिस का शिकंजा कसता देख आरोपी ज्ञानचंद कोर्ट में सरेंडर करने पहुंच गया. इस दौरान पुलिस ने उसे सीजेएम कोर्ट के अंदर से हिरासत में ले लिया. इसे लेकर वकीलों ने जमकर हंगामा किया.
सीजीएम ने 5 लोगों को भेजा कारण बताओ नोटिस
वकीलों का कहना था कि पुलिस ने कोर्ट रूम से आरोपी को कस्टडी में लिया है. यह बिल्कुल गलत है. मामला बढ़ता देख पुलिस ने आरोपी को फिर से कोर्ट में लाकर छोड़ दिया. इसका संज्ञान लेते हुए सीजीएम ने 5 लोगों को कारण बताओ नोटिस भेज दिया है. वहीं, इसकी शिकायत एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव से की गई, तो कौशांबी एसएचओ महेश चंद्र को लाइन हाजिर कर दिया गया.
जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी कार्रवाई
मामले में एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि संज्ञान में आया है कि आरोपी सरेंडर करने कोर्ट रूम में चला गया था. वहां से इंस्पेक्टर ने आरोपी को पकड़ लिया. इस आरोप में उन्हें लाइन हाजिर किया गया है. इस संबंध में क्षेत्रीय अधिकारी को जांच सौंपी गई है. जांच में जो तथ्य निकल कर सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.