मेरठ के सौरभ को मुस्कान से बेइंतहा प्यार था. ठीक दस साल पहले यानि 2015 में पहली मुलाकात के बाद ही मुस्कान की खूबसूरती ने सौरभ को इस कदर मोह लिया कि वह उसे किसी भी कीमत पर पाने को तैयार था. उसके लिए वह अपने घरवालों से लड़ गया, परिवार की परवाह किए बिना शादी कर ली. सौरभ के लिए मुस्कान उसकी दुनिया थी, लेकिन मुस्कान के लिए सौरभ सिर्फ एक जरिया था पैसे और ऐशो-आराम का. सौरभ की उसी 'दुनिया' मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर उसकी हत्या और उसके बाद अपनी जिंदगी की ऐसी स्क्रिप्ट तैयार की कि इसकी चर्चा हर ड्रांइग रूम में होने लगी. देशभर में मुस्कान, साहिल और सौरभ सनसनीखेज खबर बन गए. यह सिर्फ एक हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि प्यार, मोहब्बत और खूबसूरती के पीछे छिपे अंधेरे की भी दास्तान थी.
सौरभ के दोस्त अक्षय अग्रवाल बताते हैं, मैं सिर्फ उसका दोस्त नहीं था, वह मेरे लिए भाई जैसा था. अक्षय के मुताबिक सौरभ ने मुस्कान से पहली मुलाकात 2015 में की थी, शादी से एक साल पहले. वह पहली नजर में ही मुस्कान पर फिदा हो गया था. मुस्कान की खूबसूरती ने उसे इस कदर मोहित कर लिया कि उसने किसी की भी परवाह नहीं की. परिवार ने बहुत समझाया कि वह सही लड़की नहीं है, लेकिन सौरभ पर प्यार का भूत सवार था.
मुस्कान को सिर्फ पैसों से मतलब था
अक्षय बताते हैं,सच कहूं तो मुस्कान को सौरभ से प्यार नहीं था. उसे सिर्फ उसके पैसे से मतलब था. शादी के बाद यह बात खुलकर सामने आने लगी. वह सौरभ के परिवार को भी ठीक से नहीं रख पाई. अक्सर उसकी मां और बड़े भाई से झगड़े करती. पूरे मोहल्ले में उनकी गलत छवि बनाने की कोशिश करती. लेकिन लोग सौरभ और उसके परिवार को जानते थे, इसलिए उसकी साजिशें कभी पूरी तरह सफल नहीं हो पाईं. अक्षय बताते हैं, सौरभ कई बार अंदर से टूट चुका था. वह बहुत परेशान रहता था, लेकिन फिर भी मुस्कान को खुश करने की कोशिश करता. उसे लगता था कि शायद वक्त के साथ मुस्कान बदल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वह और ज्यादा लालची होती गई.
मौत की साजिश
मुस्कान की जिंदगी में साहिल नाम का शख्स पहले से मौजूद था. जिसे वह बचपन से जानती थी. चर्चा ये भी है कि मुस्कान ने सौरभ से शादी सिर्फ पैसों के लिए की थी. साहिल के साथ मिलकर उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली. सौरभ तब लंदन से लौटकर आया तो मुस्कान ने सब्जी में मिलाकर नशीला पदार्थ खिलाया, फिर साहिल के साथ मिलकर चाकू से वारकरके उसकी हत्या कर दी. लेकिन हत्या करना काफी नहीं था, सबूत भी मिटाने थे. साहिल और मुस्कान ने मिलकर सौरभ के शव के कई टुकड़े किए और उसे एक बड़े ड्रम में डाल दिया. फिर इस पर सीमेंट का घोल डालकर उसे पूरी तरह सील कर दिया, ताकि किसी को शक न हो. हत्या के बाद, दोनों ने ऐशो-आराम से जिंदगी बिताने की योजना बनाई.
वायरल हुए कई वीडियो
सौरभ की हत्या के बाद मुस्कान और साहिल शिमला, मनाली और कसौल घूमने निकल गए. उन्होंने लग्जरी होटलों में ठहरकर जमकर मस्ती की. उनके कई वीडियो वायरल हुए, जिनमें वे होली खेलते, डांस करते और बर्थडे पार्टी मनाते नजर आए. एक वीडियो में मुस्कान साहिल डांस कर रहे हैं, तो दूसरे में दोनों केक काटते दिखे.
ड्राइवर से बातचीत ने खोली पोल
एक टैक्सी ड्राइवर से बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद मामला और खुल गया. इस ऑडियो में मुस्कान ड्राइवर से केक लाने की बात कर रही थी. जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो उनके होटल के बिल, वीडियो और अन्य सबूतों से साफ हो गया कि उन्होंने सौरभ को मारने के बाद ही यह छुट्टियां मनाई थीं. पुलिस ने जांच शुरू की, तो जल्द ही इस खौफनाक हत्या का खुलासा हो गया. मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
पड़ोसी ने भी खोला राज
मुस्कान के घर के ठीक पीछे उसीक पड़ोसी कुसुम रहती है. उसका कहना है कि मुस्कान का व्यवहार अच्छा था. लेकिन उसकी जिंदगी में साहिल के आने के बाद वो पूरी तरह बदल गई थी. साहिल का आना उन लोगों को अच्छा नहीं लगता था. वो अक्सर देर रात अंधेरे में आता था. एक दिन उसने उनके घर पर 7-8 मजदूरों को देखा था. शायद वो लोग ड्रम को ले जाने आए थे, लेकिन सफल नहीं हो पाए और वापस चले गए. इसके बाद उस ड्रम को घर के कमरे में रख दिया गया था.
मां ने मांगी फांसी
मुस्कान की मां ने आजतक से रोते हुए कहा था कि सौरभ बहुत अच्छा इंसान था, वह उनकी बहुत इज्जत करता था. उन्होंने यह भी कहा था कि मुस्कान को उसके गुनाह की सजा मिलनी चाहिए और उसे फांसी दी जानी चाहिए. मुस्कान की मां ने कहा था कि सौरभ हमारी केयर करता था, हमें बहुत मानता था, हमारी सारी बातें सुनता था. मां का कहना था कि वैसे तो वह मुसकान जो कहती थी वह वहीं करता था लेकिन हमें बहुत इज्जत देता है. मां ने रोते हुए कहा कि सौरभ को न्याय मिलना चाहिए, मुस्कान को तो फांसी होनी चाहिए. मां ने कहा कि उसने यह सब कर दिया है तो हमने उससे कहा कि हम उसका साथ नहीं देंगे.
(मेरठ से उस्मान चौधरी का इनपुट)