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अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसे लेकर प्रभु श्रीराम के भक्तों में जबर्दस्त उत्साह है. दरअसल, एक मुस्लिम युवक ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में शारदा पीठ कुंड से पवित्र जल एकत्र कर इसे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में इस्तेमाल करने के लिए ब्रिटेन से भारत भेजा.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सेव शारदा कमेटी कश्मीर (SSCK) के संस्थापक रविंदर पंडिता ने कहा कि 2019 में हुए पुलवामा अटैक और बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच डाक सेवाओं को रोकने के कारण पवित्र जल को इस लंबे रूट से भेजना पड़ा है. उन्होंने बताया कि PoK में स्थित शारदा पीठ के शारदा कुंड से तनवीर अहमद और उनकी टीम ने पवित्र जल एकत्र किया था. इसके बाद पवित्र जल को LoC के पार हमारे नागरिक समाज के सदस्य इस्लामाबाद ले गए. जहां से जल को ब्रिटेन में उनकी बेटी मग़रिबी को भेजा गया.
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रविंदर पंडिता ने कहा कि मग़रिबी ने पवित्र जल कश्मीरी पंडित कार्यकर्ता सोनल शेर को सौंप दिया, जो अगस्त 2023 में गुजरात के अहमदाबाद आई थीं. वहां से यह दिल्ली में मेरे पास पहुंचा. उन्होंने कहा कि पवित्र जल को यूरोप और वापस उपमहाद्वीप की यात्रा करनी पड़ी. यह सब इसलिए हुआ क्योंकि बालाकोट ऑपरेशन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच डाक सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित हैं.
बता दें कि शारदा सर्वज्ञ पीठ 1948 से दुर्गम है और SSCK ने PoK में नियंत्रण रेखा के पार एक नागरिक समाज का गठन किया है. रविंदर पंडिता ने बताया कि उन्होंने हमें मिट्टी, शिलाएं और अब कुंड से पानी भेजा है. यह गर्व की बात है कि इसका उपयोग 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में किया जा रहा है.
रविंदर पंडिता ने कहा कि एसएससीके सदस्य मंजूनाथ शर्मा ने पवित्र जल विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) नेताओं को सौंपा., जिन्होंने इसे शनिवार को अयोध्या में वरिष्ठ पदाधिकारी कोटेश्वर राव को सौंप दिया. उन्होंने कहा कि एसएससीके सदस्य 22 जनवरी को कुपवाड़ा जिले के टीटवाल में नियंत्रण रेखा के पास शारदा मंदिर में प्रतिष्ठा समारोह का जश्न मनाने के लिए दीये जलाएंगे.