उत्तर प्रदेश में शहरों के नाम बदलने की राजनीति एक बार फिर चर्चा में आ गई है. इस बार यूपी विधान परिषद में बीजेपी के एमएलसी और प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर 'लक्ष्मीनगर' रखने की मांग उठाई है. मंगलवार को सत्र के दौरान उन्होंने इसे सदन में रखा और इसे जनभावना से जुड़ा हुआ मुद्दा बताया. उनकी इस मांग के बाद विपक्ष ने कड़ा विरोध जताया, जिससे सियासी घमासान तेज हो गया है.
मोहित बेनीवाल ने क्या कहा :
यूपी विधान परिषद में अपनी मांग रखते हुए बीजेपी एमएलसी मोहित बेनीवाल ने कहा, 'यह मुद्दा जनभावना से जुड़ा हुआ है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए. मुजफ्फरनगर को अब 'लक्ष्मीनगर' नाम दिया जाना चाहिए, ताकि इस ऐतिहासिक जिले को एक नई पहचान मिल सके.' बेनीवाल के इस बयान के बाद हलचल तेज हो गई. भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों ने इस मांग को जनता की इच्छा बताते हुए समर्थन दिया, जबकि विपक्षी दलों ने इसे लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा.
विपक्ष ने किया विरोध, बीजेपी पर साधा निशाना :
समाजवादी पार्टी (सपा) समेत अन्य विपक्षी दलों ने इस मांग का कड़ा विरोध किया. सपा ने इसे 'नाम बदलने वाली सरकार' करार देते हुए कहा कि बीजेपी विकास के मुद्दों पर फेल हो चुकी है और अब शहरों और जिलों के नाम बदलकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. वरिष्ठ सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग को लेकर यूपी सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी के लोग केवल नाम बदलते हैं, कहीं मेरा-तुम्हारा नाम ना बदल दें. सदन में मेरा नाम बदले दे रहे हैं, हमेशा चच्चू-चच्चू की माला जपते रहते हैं.शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग जनता में भ्रम फैलाते हैं, सदन में झूठ बोलते हैं, असल में कुछ मुद्दे राजनीतिक नहीं होते, मुख्यमंत्री उसे जबरन मुद्दा बना देते हैं. वहीं, सीएम योगी के लोहिया पर दिए बयान पर शिवपाल ने कहा कि लोहिया जी के 'तथाकथित भक्त' बनकर उनकी सीख को अपने हिसाब से तोड़ना-मरोड़ना बंद कीजिए. आप लोग रामराज्य की दुहाई देते हैं, लेकिन असल में टैक्सराज, डरराज और झूठराज चला रहे हैं.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने दिया जवाब :
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस मुद्दे पर कहा कि 'सभी सदस्यों को अधिकार है कि वे अपनी बात सदन में रखें. किसी भी मुद्दे को लेकर चर्चा की जा सकती है और जनता की भावनाओं के आधार पर निर्णय लिए जाते हैं.' हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि सरकार इस प्रस्ताव पर विचार कर रही है या नहीं.
क्या मुजफ्फरनगर का नाम बदल सकता है?
मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग पहली बार नहीं उठी है. इससे पहले भी कई बार कुछ नेताओं द्वारा इसका नाम बदलने की मांग की जा चुकी है. यूपी में योगी सरकार के आने के बाद कई जिलों और रेलवे स्टेशनों के नाम बदले गए हैं, जिनमें इलाहाबाद का नाम प्रयागराज, फैजाबाद का नाम अयोध्या, और मुगलसराय स्टेशन का नाम पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन किया गया है.