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मुजफ्फरनगर से शुरुआत, अब पूरे प्रदेश में लागू... कहां से उठा कांवड़ रूट की हर दुकान पर नेमप्लेट लगाने का मुद्दा?

कांवड़ यात्रियों (Muzaffarnagar Kanwar Yatra) के रास्ते में पड़ने वाली दुकानों पर दुकान मालिक और संचालक के नाम लिखने की जो शुरुआत हुई है, वो अब पूरे प्रदेश में लागू होगी. इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी कर दिया है. आइए जानते हैं इस मुद्दे की शुरुआत कब और कैसे हुई...

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यूपी: दुकानों के बाहर लिखे मालिक के नाम
यूपी: दुकानों के बाहर लिखे मालिक के नाम

मुजफ्फरनगर से कांवड़ यात्रियों (Muzaffarnagar Kanwar Yatra) के रास्ते में पड़ने वाली दुकानों पर दुकान मालिक और संचालक के नाम लिखने की जो शुरुआत हुई है, वो अब पूरे प्रदेश में लागू होगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अफसरों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान पूरे प्रदेश में कांवड़ यात्रियों के रास्ते में पड़ने वाली हर दुकान के मालिक और उसके संचालक का नाम लिखने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही हलाल प्रोडक्ट्स बेचने वालों पर भी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. 

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फिलहाल, इस आदेश के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दुकानदार का नाम लिखने को लेकर राजनीतिक गर्म हो गई है. शुरुआत मुजफ्फरनगर जिले से हुई जहां के एसएसपी ने कांवड़ यात्रा के रास्तों पर दुकानदार और संचालक के नाम लिखने का आदेश दिया था, बाद में सहारनपुर रेंज के डीआईजी ने अपनी रेंज के सभी जिलों को ऐसा ही निर्देश दिया. अब मुख्यमंत्री योगी ने यह आदेश पूरे प्रदेश में लागू किया है. कांवड़ यात्रियों के रास्ते में पड़ने वाली हर दुकान पर मालिक और संचालक का नाम लिखना होगा. 

2023 की कांवड़ यात्रा में कैसे उठा था ये मुद्दा?

यह पूरा मामला बीते साल कांवड़ यात्रा के दौरान का है. साल 2023 में कांवड़ यात्रा के दौरान मुजफ्फरनगर जनपद के बघरा ब्लॉक में स्थित योग साधना आश्रम के गुरु यशवीर महाराज ने एक मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा था कि हरिद्वार से लेकर पूरे कांवड़ मार्ग पर कुछ मुस्लिम लोगों ने अपनी दुकान और ढाबे चला रखे हैं, जिन पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर लगी है. 

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यशवीर जी महाराज ने मांग की थी कि 2023 कांवड़ यात्रा के दौरान जो मुस्लिम लोग कांवड़ मार्ग पर अपने दुकान या ढाबे चला रहे हैं और जिन्होंने हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर लगा रखी है वह उन तस्वीरों को उतार दें. जब इस मुद्दे ने पिछले साल तूल पकड़ा तो मुजफ्फरनगर के कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले ऐसे मुस्लिम ढाबों पर से देवी-देवताओं की तस्वीर हटवा दी गई थी. 

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यशवीर जी महाराज ने उठाया मुद्दा

इस साल जब कांवड़ यात्रा की तैयारी होने लगी तो फिर यही मांग उठाई गई. 2024 कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले यशवीर जी महाराज ने मुद्दा उठाया कि जो दुकान कांवड़ मार्ग पर पड़ती है उनपर दुकानों के मालिक और उनपर काम करने वालों की लिस्ट लगाई जाए जिससे कि बाहर से आने वाले कांवड़ यात्रियों को यह मालूम हो कि वह किसकी दुकान पर बैठकर खाना-पीना कर रहे हैं. 

मामला स्थानीय विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल तक पहुंचा तो कपिल देव ने भी मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में बैठक के दौरान इस मांग का समर्थन किया. फिर मुजफ्फरनगर पुलिस ने भी जिले में कांवड़ यात्रा के रास्ते में पड़ने वाली हर दुकान पर मालिक और संचालक का नाम लिखने के आदेश जारी कर दिए. आसपास के जिलों की पुलिस ने भी दुकानदारों को अपना असली नाम लिखने का फरमान सुना दिया. 

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एसएसपी मुजफ्फरनगर के आदेश के बाद डीआईजी रेंज सहारनपुर ने अपनी रेंज के 3 जिलों मुजफ्फरनगर शामली और सहारनपुर में इसी आदेश को लागू करवाया. लेकिन इस मुद्दे पर गरमाई राजनीति के बीच शुक्रवर सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यालय के अफसरों के साथ बैठक की. पूरे घटनाक्रम को समझने के बाद अब पूरे प्रदेश में आदेश लागू कर दिया कि कांवड़ यात्रा के रास्ते में पड़ने वाली हर दुकान पर मालिक और संचालक का नाम लिखना होगा. उधर, अखिलेश यादव समेत विपक्ष के कई नेता इसका विरोध कर रहे हैं. 

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