भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने रालोद प्रमुख जयंत चौधरी के एनडीए में शामिल होने की अटकलों पर निशाना साधा है और उन्होंने कहा कि उन्हें (जयंत चौधरी) को ऐसा फैसला करने से पहले उन लोगों से बात करनी चाहिए था जो दशकों से उनके साथ हैं.
दशकों से जुड़े लोगों से लेनी चाहिए थी सलाह: BKU अध्यक्ष
नरेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए जयंत चौधरी के एनडीए में शामिल होने की चर्चा पर निराशा व्यक्त की है. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राजनीति में कब दुश्मन-दोस्त बन जाए, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. जयंत चौधरी की अपनी सोच है, लेकिन उन्हें कम-से-कम उन लोगों से सलाह लेनी चाहिए थी जो तीन पीढ़ियों से उनके साथ हैं.
'सरकार को करना चाहिए किसानों के मुद्दों का हल'
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष ने आगे कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों के मसीहा थे और वह भारत रत्न के हकदार थे. उन्हें यह सम्मान पहले ही मिलना चाहिए था. किसानों ने पहले ही चौधरी चरण सिंह के लिए भारत रत्न की मांग की थी. सरकार को अब किसानों की ज्वलंत समस्याओं का भी समाधान करना चाहिए.
'अब किसी मुंह से मना करूं'
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने केंद्र सरकार की जमकर सराहना की थी. इसके बाद उनके राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में जाने की अटकलें तेज हो गई हैं.
सरकार के इस फैसले के बाद जयंत काफी भावुक दिखे. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी का दिल से धन्यवाद किया. इसी दौरान जब आरएलडी चीफ से बीजेपी के साथ जाने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं अब किस मुंह से इनकार करूंगा. जयंत के इस बयान के बाद उनका एनडीए में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है.